उरई/जालौन। मंगलवार 2 मार्च को दयानंद वैदिक कॉलेज में चल रहे चार इकाइयों के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से पधारे राज्य योग निरीक्षक श्री शैलेंद्र आर्य, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. माधुरी रावत, सुरेंद्र यादव, डॉ. नीता गुप्ता एवं डॉ.सुरेंद्र मोहन द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया।
कार्यक्रम के आरंभ मे राज्य योग निरीक्षक श्री शैलेंद्र आर्य ने छात्र एवं छात्रा स्वयंसेवकों को योग, प्राणायाम एवं सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास कराया तथा बताया कि योग प्राणायाम से शारीरिक, मानसिक, नैतिक चारित्रिक एवं आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है उन्होंने कहा कि निरोगी जीवन जीने के लिए योग अत्यंत आवश्यक है क्योंकि योग योग की परिधि में आए हुए व्यक्ति का जीवन उत्सव सा बन जाता है। प्राचार्य डॉ राजन भाटिया ने स्वयंसेवकों ईमानदारी पूर्ण जीवन जीने की सलाह दी तथा कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए जिह्वा और जुबान दोनों पर नियंत्रण रखना अत्यंत आवश्यक है। इसी क्रम में डॉ. रामकिशोर, पहाड़िया, डॉ.राजेश चंद्र पाण्डेय, डॉक्टर विजय यादव, डॉ अलका रानी पुरवार, डॉ० राम प्रताप सिंह, डॉ.साम्या बघेल इत्यादि ने अपने अपने विचार प्रस्तुत कर स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया।
समापन कार्यक्रम के अवसर पर छात्र एवं छात्रा स्वयंसेवकों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमें नाटक नुक्कड़, देश भक्ति गीत, मिमिक्री एवं देश भक्ति संबंधी नृत्य प्रस्तुत किए। कृतिका शर्मा, आराध्या, सेजल, दीपा गुप्ता, दीक्षा, सिंदूजा ,रिचा गौतम, प्रेमपाल, प्रद्युम्न, नितेंद्र निखिल, ज्ञानेंद्र, शुभम, अजीत, दीपू, राहुल, विपिन एवं उमाशंकर आदि ने अपनी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका प्रस्तुत की। कार्यक्रम के इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण कर्मचारीगण दीनदयाल एवं गोकुल उपस्थित रहे।