ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रोइरीगेशन योजानान्तर्गत 50 कृषकों को दिया गया प्रशिक्षण

उरई/जालौन। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के उपघटक पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रोइरीगेशन योजानान्तर्गत 50 कृषकों को प्रशिक्षण उद्यान विभाग द्वारा डॉ० राजीव कुमार वैज्ञानिक केवीके० रूरामल्लू की अध्यक्षता में केवीके० सभागार कक्ष में आज दिनांक 22.03.2023 को सम्पन्न कराया गया, कार्यक्रम का उद्घाटन राजीव कुमार अध्यक्ष केवीके० रूरामल्लू के द्वारा किया गया, जिसमें 50 कृषकों को के0वी0 के0 वैज्ञानिको के द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। आशीष कटियार जिला उद्यान अधिकारी के द्वारा कृषकों को विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के विषय में तकनीकी जानकारी प्रदान की। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक / समन्यवक डॉ० राजीव कुमार द्वारा बौछारी वर्षा एवं टपक सिचाई से होने लाभ एवं खरपतवारों के नियन्त्रण तथा सिचाई में किस प्रकार उर्वरक तथा कीटनाशकों का प्रयोग टपक सिचाई से अपनाने की विधि की जानकारी से कृषकों को अवगत कराया।
इस मौके पर कृषि विज्ञान केन्द्र रूरामल्लू के उद्यान वैज्ञानिक डॉ० अनुज गौतम, वैज्ञानिक पशु प्रसार द्वारा कृषकों को पशुपालन एवं मिनी स्प्रिंकलर तथा टपक सिचाई से होने वाले लामों के विषय में बताया कि कृषकों के लिये पशुपालन अति आवश्यक एवं महत्वपूर्ण अंग है, डॉ० विस्टर जोशी वैज्ञानिक कृषि प्रसार द्वारा कृषकों को अवगत कराया गया कि स्प्रिंकलर की बौछारी सिचाई से फसलों में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। डॉ० रजनीश चन्द्र मिश्र वैज्ञानिक फसल सुरक्षा ने कृषकों को अवगत कराया कि किस तरह मिनी स्प्रिंकलर एवं टपक सिचाई पद्धति में वैन्चुरी के माध्यम से एक साथ पूरी फसल में जैविक खाद एवं अन्य उर्वरकों को प्रयोग कर कृषक बन्धु अपनी आय को बढ़ा सकेगे। डॉ राजकुमारी, वैज्ञानिक गृह विज्ञान ने कृषकों को अपने गृह पर पोषक वाटिका लगाकर स्वयं सब्जी उत्पादन एवं अन्य औधानिक फसलों के विषय में महत्वपूर्ण चर्चा की योजना प्रभारी गौरव तिवारी के द्वारा कृषको को प्रमाण पत्र एवं माइक्रोइरीगेशन से सम्बन्धित साहित्य पुस्तिका भी प्रदान की गयी।
अन्त में जिला उद्यान अधिकारी द्वारा उपस्थित अतिथियों, वैज्ञानिकों एवं कृषकों को आभार व्यक्त करते हुये कृषकों को सुझाव दिया कि वह टपक सिचाई एवं बौछारी वर्षा के माध्यम से पानी के बचत करते हुये अच्छा उत्पादन कर सकेगें। विभाग द्वारा स्प्रिंकलर सिस्टम की स्थापना पर लघु/सीमान्त कृषकों को 75 प्रतिशत तथा अन्य कृषकों को 65 प्रतिशत अनुदान तथा मिनी स्प्रिंकलर एवं टपक सिचाई पद्धति स्थापना पर लघु / सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत तथा अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत अनुदान देय है. कृषक बन्धु ऑनलाइन उद्यान विभाग के वेवसाइड http://dbt.uphorticulture.in/ पर आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। उक्त कार्यक्रम में देवीचरन कुशवाहा, उद्यान निरीक्षक अमित कुमार सहायक उद्यान निरीक्षक, लक्ष्मीनारायण चतुर्वेदी, बृजेश त्रिपाठी, शिवशंकर चतुर्वेदी आदि प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहें।