कोरोना काल में विश्वकर्मा समाज के कई लोगों की मौत से समाज को अत्यधिक क्षति हुई – डॉ मयंक कुमार

उरई/जालौन। इस कोरोना काल में जहां देश इस बीमारी से जूझ रहा है तो वही दूसरी ओर विश्वकर्मा समाज में कई लोगों की मौत की सूचना से समाज मे मातम पसरा है। कॉलेज के प्रबंधक ने बताया जनपद जालौन के जिला मुख्यालय उरई में रामनगर निवासी सुलखान विश्वकर्मा का निधन, उसी दिन मुहल्ला लहारियापुरवा निवासी शिवकुमार विश्वकर्मा एडवोकेट का निधन, दूसरे दिन राजेश विश्वकर्मा एडवोकेट वीरपुरा वाले की दादी का निधन, इसके बाद श्यामजी विश्वकर्मा चतेला का निधन, फिर शिवकुमार विश्वकर्मा एडवोकेट मुसमरिया कालपी का निधन, कैलाश विश्वकर्मा सुरावली का निधन के दुख से अभी समाज उबर भी नहीं पाया था कि तभी पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा जी की पत्नी और मंत्री जी के पी ए शिवप्रसाद विश्वकर्मा के पिता के निधन की सूचना ने जनपद के ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की विश्वकर्मा समाज में मातम छाया हुआ है।सभी दुखी विश्वकर्मा समाज ईश्वर से इन दिवंगत आत्माओं की शांति और दुखी परिवार को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना ईश्वर से कर रहा है। अयोध्या प्रसाद विश्वकर्मा आईटीआई कॉलेज का समस्त परिवार ईश्वर से प्रार्थना करता है कि विश्वकर्मा समाज को इस मुसीबत और संकट से बचाए और समाज के लोगों से विनम्र निवेदन करतीं हैं कि बिना जरुरी काम के बाहर न निकले यदि जरूरत हो तो मास्क लगाकर ही घर से निकले, भीड़ भाड़ वाली जगह से बचे। फ्रिज का ठंडा पानी, एसी, कूलर का प्रयोग कम करें, बुखार, खांसी आने पर अपने नजदीकी डाक्टर से दवा लें। कोशिश भर अस्पताल न जाऐ क्योंकि वहां संक्रमण हो सकता हैं। घरेलू नुस्खे उपयोग में लाए। शोक सभा मे संरक्षक लल्लू राम विश्वकर्मा, श्री प्रेमनारायण विश्वकर्मा, प्रबन्धक डॉ मयंक कुमार, उप प्रबंधक डॉ प्रियंक कुमार, नीरज कुशवाहा, विक्रांत वर्मा, शशांक कुमार, मदन मुरारी, जगराम पाल उपस्थित रहे।