विकास के नाम पर बड़े पैमाने में काटे जा रहे पेड़ पौधे : डॉ० प्रियंक शर्मा
पौधरोपण के नाम पर सिर्फ होती है सेल्फी बाजी : डॉ० प्रियंक शर्मा

उरई/जालौन। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जहां एक और विकास के नाम पर लगातार हरे भरे पेड़ पौधों पर प्रशासनिक वार हो रहा है वहीं दूसरी ओर यही प्रशासन इस दिन का ढिंढोरा पीट पीटकर पर्यावरण दिवस का हवाला देकर कुछ पौधों को रोपित कर एवं उनकी सेल्फी लेकर सरकारी दिवस की खानापूर्ति कर चले जाते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो गुमनामी में अपने कार्य को बखूबी निभाते हुए पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में अपना विशेष योगदान दे रहे हैं और देना भी चाहिए जिससे आने वाले समय में अगली जनरेशन को शुद्ध हवा पानी व खाना मिल सके। जब यही पेड़ पौधे काट दिए जाएंगे तब कहां से शुद्ध हवा पानी एवं स्वच्छ फल फूल प्राप्त होंगे।
इसी क्रम में जनपद जालौन में भी उरई-जालौन रोड पर स्थित अयोध्या प्रसाद विश्वकर्मा आईटीआई कॉलेज के उप प्रबंधक प्रियंक शर्मा द्वारा भगवान भोलेनाथ को समर्पित बेलपत्र के पौधों को अलग-अलग स्थानों पर जाकर रोपित किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा जिस प्रकार एक प्यासे को पानी की आवश्यकता होती है ठीक उसी प्रकार एक राहगीर को कुछ देर के लिए पेड़ की छांव एवं ठंडी हवा की आवश्यकता होती है लेकिन आज का दुर्भाग्य देखिए सड़कें तो चौड़ी बना दी गई। लेकिन उनके दोनों तरफ से पेड़ों को विकास के नाम पर जड़ से उखाड़ दिया गया। जहां पूरा विश्व आज के दिन विश्व पर्यावरण दिवस को मनाता है वही सरकारी महकमे भी अपनी खानापूर्ति करते हुए कुछ पेड़ों को लगाकर इस दिवस की इति कर देते हैं।
साथ ही उन्होंने कहा जीवन में अगर कहीं सुखद अनुभूति होती है तो वह फल फूल से लगे हुए वृक्षों को देखकर एवं उन उसकी छाया पर बैठकर ही होती है साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर से अगर एक भी पौधा लगाया जाता है तो कुछ सालों में आपका ही शहर हरा भरा एवं प्रदूषण मुक्त शहर बन जाएगा और ऐसा प्रयास सभी को करना चाहिए। इस दौरान डॉक्टर प्रियंक शर्मा ने 5 बेलपत्र के पौधों सहित अन्य छायादार एवं फलदार पौधों को रोपित किया। इस दौरान लल्लू राम विश्वकर्मा, नीरज कुशवाहा, मुकेश कुमार, विक्रांत वर्मा सहित अन्य संभ्रांत लोग उपस्थित रहे।