मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न

उरई। मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा द्वारा अपने निर्धारित कार्यक्रम के अन्तर्गत विकास भवन सभागार में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त द्वारा सर्वप्रथम प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत किये गये कार्यो के प्रगति की समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान इस योजना के अन्तर्गत प्रगति बहुत ही खराब पायी गयी जिस पर उन्होने एलडीएम तथा संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुये कहा कि इस योजना के अन्तर्गत लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति में तेजी लायी जाये। उन्होने प्रत्येक बैंकों में प्राप्त आवेदन पत्रों के लम्बित पाये जाने पर उन्होने संबंधित बैंकर्स से जानकारी की कि किस कारण से ये आवेदन पत्र लम्बित पाये जा रहे हैं उन्होने कहा कि यह योजना रोजगार हेतु चलायी गयी है इसे अधिक से अधिक लोगो को लाभान्वित किया जाये। उन्होने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका उरई, कालपी, कोंच, एट के कार्यो की प्रगति बहुत धीमी पाये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुये प्रगति में तेजी लाये जाने के कड़े निर्देश दिये। उन्होने नगर पालिका उरई के लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति धीमी पायी गयी जिस पर अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका द्वारा बताया गया कि 2414 लक्ष्य के सापेक्ष 1440 आवेदन पत्र स्वीकृत हुये है जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि सभी के आवेदन पत्र क्यो नही प्रेषित किये गये। उन्होने प्रगति धीमी पाये जाने पर एलडीएम को भी फटकार लगायी। उन्होने परियोजना अधिकारी डूडा के आवेदन पत्रों के सेन्सन के बाबजूद भी लाभार्थी प्रस्तुत नही हो रहे हैं जिस पर उन्होने कहा कि इस पर तत्काल कार्यवाही करे। मण्डलायुक्त द्वारा प्रत्येक बैंकों की लम्बित आवदेन पत्र तथा कितने स्वीकृत हुये आदि की समीक्षा की जिस पर उन्होने पाया कि आर्यावृत्त में सबसे अधिक प्रगति खराब पायी गयी। उन्होने भारतीय स्टेट बैंक, इण्डियन बैंक, लीड बैंक आदि के कार्यो की समीक्षा की। समीक्षा में प्रगति धीमी पाये जाने वाले बैंकों को कार्यो में सुधार लाये जाने के कड़े निर्देश दिये। उन्होने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत जिसमें कालपी, जालौन, कदौरा, माधौगढ़, रामपुरा, ऊमरी आदि के प्रगति खराब पाये जाने पर उन्हे चेतावनी देने के निर्देश दिये। मण्डलायुक्त द्वारा ओडीओपी, पीएमसीपी, सेवायोजन आदि के कार्यो की समीक्षा की जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा कार्यो की प्रगति की जानकारी की। मण्डलायुक्त द्वारा गेहूं खरीद की तैयारियों के संबंध में भी समीक्षा की जो 01 अप्रैल 2021 से प्रारम्भ की जानी हैं। समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी द्वारा बताया गया कि 66 गेहूं क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा जानकारी की कि गेहूं क्रय केन्द्रों के बैनर, बोरा, स्टेचिंग मशीन, कांटे, छलना, छाया, पीने का शुद्ध पानी आदि की भी व्यवस्था समय से पूर्व कर लिये जाये जिससे आने वाले किसानों को कोई परेशानी न हों। उन्होने गेहूं भण्डारण तथा ट्रकों आदि की व्यवस्था की जानकारी की जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा सभी व्यवस्थाओं को किये जाने के बात की। उन्होने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दृष्टिगत सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि मतदान केन्द्रों पर छाया, पानी, विधुत तथा रैम्प आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होने चुनाव के दृष्टिगत अवैध शराब के भण्डारण के रोक लगाये जाने के कड़े निर्देश दिये। उन्होने कहा कि संबंधित अधिकारी इसके लिये भ्रमण करते रहे जिससे कही भी कोई जानकारी होती है तो उसको तुरन्त निस्तारित करा दे। अन्त में उन्होने सभी विभागीय अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि दिनांक 31 मार्च 2021 तक हर हाल में जो भी लक्ष्य निर्धारित किये गये है उसे पूर्ण कर लिये जाये इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी डा अभय कुमार श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ ऊषा सिंह सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।