घने कोहरे की सफेद चादर में लिपटा कोंच नगर, आखिर कब शुरू होंगे नगर पालिका के अलाव
कागज और पन्नी इकठ्ठा कर तापने पर मजबूर हो रहे हैं लोग

कोंच (पीडी रिछारिया) रविवार की रात शहर और आस-पास का इलाका कोहरे की घनी चादर में लिपटा दिखा जिससे सड़कों पर वाहनों की रफ्तार भी थमी नजर आई। गली मोहल्लों से ज्यादा कस्बे के बाहर कोहरे के प्रकोप अधिक दिखाई दिया। ऐसी भीषण सर्दी में अलावों का अता-पता नहीं होने से गरीबों की मुश्किलें बढ़ीं हैं और उन्हें कूड़ा करकट और पन्नी इकठ्ठा कर जलाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
सोमवार की सुबह समूचा कोंच नगर कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया और सड़कों पर वाहनों की रफ्तार घीमी हो गई। पिछले तीन-चार दिनों से ठंडी हवाओं और सूर्य की लुकाछिपी से गलन बढ़ गई है और लोगों को सुबह-शाम अलाव की जरूरत महसूस होने लगी है। घर से बाहर कस्बे में अस्पताल, तहसील कार्यालय, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के अलावा नगर के मुख्य चौराहों पर लोगों की भीड़ ठंड से बचने के लिए अपने अपने रास्ते तलाशती नजर आ रही है लेकिन नगर पालिका के अलावों का अता-पता नहीं है।
हर साल सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की तैयारी नगर पालिका प्रशासन पहले से ही कर लोगों को ठंड से बचाने का प्रयास करती रही है किंतु इस बार गलन भरी ठंड पड़ने के बाद भी नगर पालिका अलाव की व्यवस्था नहीं कर पा रही है। कागज और पन्नी इकठ्ठा कर अलाव ताप रहे लोगों का कहना है कि चौराहों पर अलाव हेतु लकड़ी न पहुंचने से लोग काफी परेशान हैं। करोड़ों रुपए की नगर पालिका को समय से अलाव की व्यवस्था कर लोगों को ठंड से बचाने का प्रयास करना चाहिए।
वहीं भीषण हाड़ कंपाऊ सर्दी से राहत के लिए फिलहाल गर्म कपड़ों का ही एक मात्र विकल्प लोगों के पास है। ऐसे में दुकानदारों ने गर्म कपड़ों का रहतिया माल निकाल कर सड़कों पर सजा दिया है। चंदकुआं चौराहे पर मेन रोड के दोनों ओर ऐसे ही रहतिया गर्म कपड़ों का बाजार सजा हुआ है जहां सस्ते दामों पर सेल के नाम पर अच्छी खासी भीड़ भाड़ लगी है।