दुकानदारों से कहासुनी के बाद नदीगांव के बाजारों में तेज हुई पुलिस की चहलकदमी

कोंच। नदीगांव में रविवार को किराने की दुकानें सुबह खोल लेने को लेकर दुकानदारों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक हो गई जिसके बाद बाजारों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हालांकि थाना पुलिस ने नोंकझोंक की बात से साफ इंकार करते हुए कहा कि फोर्स की तैनाती लॉकडाउन का पालन कराने और कानून व्यवस्था की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए रुटीन में की गई है।
जिला प्रशासन द्वारा किराना की दुकानों को खोलने का समय सुबह 11 से अपरान्ह 2 बजे तक निर्धारित किया गया है लेकिन नदीगांव के किराना दुकानदार इस समय को अव्यवहारिक बता कर सुबह 7 बजे अपनी दुकानें खोल बैठे। बताया गया है कि एसएचओ रूपकृष्ण त्रिपाठी की अगुवाई में एसआई केदार सिंह, एसआई मोहम्मद आरिफ, शिवम शर्मा, सचिन, तेजवीर सिंह, लालसाहब शुक्ला आदि पुलिस बल के साथ गश्त पर बाजारों में निकले और दुकानें खुली देख नियमों का हवाला देकर दुकानदारों से दुकानें बंद करने के लिए कहा जिस पर कुछ दुकानदार पुलिस से भिड़ गए। दुकानदार अपनी बात पर अड़े रहे और पुलिस अपनी पर सो कहासुनी ज्यादा हो गई। इसके बाद एसएचओ रूपकृष्ण त्रिपाठी ने भारी पुलिस बल बुला कर बाजारों में तैनात कर दी। माताप्रसाद जरौलिया, कंची बेहरे, जीतू भटकारिया, ओम नारायण, अक्षय सूर्यवंशी, प्रदीप सोनी आदि ने मौजूदा समय को अव्यवहारिक बताते हुए प्रशासन से इसमें बदलाव की है ताकि लोगों को दिक्कत न हो। इस संबंध में इलाकाई सांसद भानुप्रताप वर्मा ने भी स्थानीय प्रशासन से बात की है। एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि एसएचओ नदीगांव से नदीगांव के व्यापारियों के साथ बैठक करने के लिए कहा गया है। इधर, एसएचओ रूपकृष्ण त्रिपाठी ने दुकानदारों और पुलिस के बीच किसी भी तरह की नोंकझोंक की बात से साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा कि बाजार खुलने के समय को लेकर नदीगांव में किसी तरह के विवाद की कोई स्थिति नहीं है और दुकानदार जिला प्रशासन द्वारा जारी शैड्यूल के मुताबिक ही अपनी दुकानें खोलने पर पूरी तरह सहमत हैं। दुकानदारों ने समय में परिवर्तन की कोई मांग भी नहीं रखी है। एसडीएम महोदय ने व्यापारियों से बातचीत करने के लिए कहा है जिस पर वह जल्द ही बैठक कर लेंगे।