विवाह प्रेम के आधार पर करें, न कि दहेज के आधार पर … !

उरई (जालौन) दयानंद वैदिक कॉलेज में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर की छात्राओं ने आज दयानंद वैदिक कॉलेज के प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष डॉ हरी मोहन पुरवार के घर लगी शंखों की अद्भुत प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
उनके यहां लगी अद्भुत शंखों की प्रदर्शनी को देखकर स्वयं सेविकाऐ अचंभित रह गयी और उन्होंने शंखों से जुड़ी अदभुत जानकारी हासिल की इस अवसर पर डॉक्टर हरिमोहन पुरवार जी ने भारतीय संस्कृति पर प्रकाश डाला और छात्राओं को भारतीय संस्कृति से परिचित कराया। रिया कीर्ति सिंधुजा दीक्षा शिवि वंदना मोनिका सेबी सहित तमाम छात्राएं उपस्थित रही। इस अवसर पर छात्राओं ने कार्यक्रम अधिकारी डॉ माधुरी रावत और डॉक्टर नीता गुप्ता के निर्देशन में विरासत जागरूकता रैली निकाली। दूसरी तरफ दयानंद वैदिक कॉलेज के चतुर्थ इकाई के विद्यार्थियों द्वारा मलिन बस्ती अजनारी में चल रहे विशेष शिविर कार्यक्रम के अंतर्गत कन्या प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका आलमआरा, अध्यापिका बबिता यादव, कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुरेंद्र मोहन यादव एवं डॉ.सुरेंद्र यादव ने समस्त स्वयंसेवी विद्यार्थियों के समक्ष दहेज उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें अध्यापिका बबीता यादव ने दहेज को सामाजिक अपराध बताते हुए इसके उन्मूलन हेतु सही कदम उठाने की अत्यंत आवश्यकता पर जोर दिया तथा बताया कि इस अपराध ने समाज के सभी तबकों की महिलाओं के लिए अभिशाप है इसकी समाप्ति के लिए हम सबका दायित्व है कि इसे जन-जन तक जागरूकता लाकर इसकी समाप्ति की जाए। प्रधानाध्यापिका आलमआरा ने दहेज समाप्ति हेतु अभिभावकों को अपनी बेटियों को आवश्यक शिक्षा देने एवं आत्मनिर्भर बनाने की बात कही। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुरेंद्र यादव एवं डॉ सुरेंद्र मोहन यादव तथा स्वयंसेवी छात्रों विवेक कुमार हर्ष शर्मा गौरव कांजले पुष्पेंद्र वर्मा युवराज, विशाल एवं मनीष ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। जिसमें कानून के प्रति जागरूकता दिखाते हुए बताया गया कि विवाह प्रेम के आधार पर करें, न कि दहेज के आधार पर। इस क्रम में स्वयंसेवी छात्रों द्वारा अजनारी गांव में दहेज जागरूकता रैली भी निकाली गई l