हरी मटर फली के भाव कम होने से किसान हुए मायूस

जालौन (बृजेश उदैनिया) हरी मटर फली के दामों में हो रही लगातार गिरावट से किसान मायूस दिख रहा है। किसानों ने हरी मटर फली में इस वर्ष इतने भाव मे गिरावट आयेगी इसकी कल्पना भी नही की थी। लेकिन उन्हे अभी भी मटर के दामों मे उछाल आने की उम्मीद है।
जालौन क्षेत्र हरी मटर की फली करने का क्षेत्र माना जाता है। यहां हर छोटे से लेकर बड़ा किसान ज्यादा से ज्यादा अपनी खेती में हरी मटर करता है। लेकिन इस बार उसने हरी मटर की फसल इस उम्मीद के साथ वोई थी। कि उसे फायदा होगा पिछले दो-तीन वर्षों से लगातार वह देवी आपदाओं का शिकार होता चला रहा था। इस बार मौसम ने भी साथ दिया लेकिन भाव ने उसकी कमर तोड़ दी। तेज दामों से खरीदी गई मटर बीज को अब वह सस्ते में बेचने पर मजबूर है। भाव के हालात उसे समझ में नहीं आ रहे हैं। जबकि अच्छा माल तथा बाजार भी अच्छे चल रहे हैं। फिर भी इतने कम भाव होंगे इसकी उसे उम्मीद नहीं थी। किसान विजय शर्मा छिरिया, दयाशंकर मिश्रा पर्वतपुर शैलेंद्र सिंह आदि बताते हैं कि उन्होंने हरी मटर की फली के लिये बीज खरीदा था। जिसकी कीमत उस समय 10 से ₹12000 प्रति कुंटल था। खेत की जोताई बखराई पलेवा पानी बरसा आदि से लेकर काफी लागत लगाकर उसने मटर वोई थी।लेकिन आज मटर तुडाई के बाद कुछ नहीं बच रहा है। भाव अच्छे होने पर उसे फायदा होता। लेकिन इस बार ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा है। लेकिन फिर भी उसे जनवरी माह में मटर के भाव मे उछाल आने की उम्मीद है। तथा वह आशा कर रहा है कि मटर के भाव जनवरी माह में अच्छे होने के आसार हैं। यह समय ही बताएगा कि मटर में उछाल आती है या और भी भाव गिरते हैं। किसान अपनी उम्मीद के साथ खेतों पर काम करने मे लगा हुआ है।