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अपने घर व आस पास साफ़ सफाई का रखें विशेष ध्यान : डॉ० एन. डी. शर्मा

गंदगी व जलभराव वाले स्थानों पर पनपते हैं बीमारी फैलने वाले मच्छर
उरईबरसात के मौसम में बीमारियां भी पाँव पसारने लगतीं हैं। इस समय तापमान में आद्रता और जलभराव के कारण मच्छर ज्यादा पनपते हैं। जगह जगह गंदगी होने से इस मौसम में वायरस, वैक्टीरिया भी बढ़ता है। इस कारण बरसात के मौसम में मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, वायरस का संक्रमण बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इस दौरान साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। साफ और उबला पानी पीना चाहिए और ताजा और गर्म भोजन का सेवन करना चाहिए। बेकार पड़े बर्तन, टायर, गमलों आदि में पानी एकत्र न होने दें और कूलर का पानी समय – समय पर बदलते रहना चाहिए। गंदगी और जलभराव के निस्तारण पर विशेष गौर करना चाहिए। यह सलाह मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० एनडी शर्मा ने दी।

डॉ. शर्मा ने बताया कि जनपद में इस समय बुखार के रोगी सामान्य दिनों की तरह आ रहे हैं। सभी अस्पतालों में फीवर हेल्प डेस्क स्थापित कर दी गई है। बुखार के रोगियों का चिह्नीकरण तथा जांच एवं उचित उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में डेगूं, मलेरिया, वायरल फीवर के सभी प्रकार की जांचें की जा रही है। पर्याप्त संख्या में बेड और प्रशिक्षित चिकित्सक उपलब्ध हैं। जिला अस्पताल में दस बेड और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चार-चार बेड डेंगू पीड़ित मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल, आठ ब्लाक स्तरीय सीएचसी और 40 पीएचसी में मरीजों की जांचें और इलाज की सुविधा उपलब्ध है।

बिना डाक्टर की सलाह के दवा के सेवन से बचें : बुखार होने पर प्रशिक्षित डाक्टर से सम्पर्क कर उचित सलाह लें। सीएचसी या पीएचसी में दिखाएं या किसी योग्य प्रशिक्षित डाक्टर को दिखाकर ही दवा खाएं। बिना योग्य चिकित्सक की सलाह के एंटी बायोटिक दवाओं का प्रयोग न करें। बुखार के रोगी केवल पैरासिटामोल टेबलेट का ही प्रयोग करें।

यह लक्षण नजर आएं तो चिकित्सक को बताएं : बुखार, सिर दर्द, जोड़ों का दर्द, कंधे जाम हो जाना, अधिक कमजोरी व शरीर में पानी की कमी होने पर तत्काल सरकारी अस्पताल या योग्य चिकित्सक से सम्पर्क करें।

प्राइवेट अस्पताल रोजाना दें मरीजों का अपडेट : सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने निर्देश दिया कि प्राइवेट डाक्टर और चिकित्सालय अपने यहां आने वाले बुखार, मलेरिया और डेंगू के मरीजों का विवरण प्रतिदिन सीएमओ कार्यालय में देना सुनिश्चित करें। सूचना न देने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्राइवेट अस्पताल संचालक भी अपने अस्पतालों में फीवर हेल्प डेस्क बनाएं और संक्रमण नियंत्रण के लिए प्रोटोकाल का पालन करना सुनिश्चित करें।

अभी टला नहीं है कोरोना का खतरा : सीएमओ ने कहा कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाते रहें। मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेसिंग का पालन, हाथों को साबुन-पानी से धुलें या सैनेटाइज करें।

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