विवादों में उलझा किशुनपुरा सहकारी समिति के भवन निर्माण का मामला

कोंच/जालौन। किशुनपुरा साधन सहकारी समिति पहाड़गांव के किशुनपुरा गांव में प्रस्तावित उप बिक्री केंद्र भवन निर्माण का मामला विवादों में फंस गया है। जालौन जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन उदयसिंह पिंडारी का नाम बीच में आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। पिंडारी ने अपने ऊपर लगे आरोपों कि भवन निर्माण का काम उन्होंने रुकवाया है, को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उक्त सहकारी समिति का पंजीकरण पहाड़गांव में ही है और ग्राम सभा द्वारा कार्यालय व गोदाम निर्माण के लिए 0.121 हेक्टेयर भूमि समिति के लिए आवंटित कर दी है।
ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों कि भवन निर्माण का कार्य जालौन जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन उदयसिंह पिंडारी ने रुकवाया है, का जोरदारी के साथ खंडन करते हुए पिंडारी ने कहा कि समिति द्वारा ग्राम सभा किशुनपुरा में समिति भवन निर्माण हेतु कोई भी प्रस्ताव पारित नहीं किया गया है तथा दान में प्राप्त भूमि भी किसी अन्यत्र संस्था में बंधक है एवं समिति के नाम भी नहीं है। उन्होंने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि महाप्रबंधक एकीकृत सहकारी विकास परियोजना (आईसीडीपी) द्वारा पता नहीं किस आधार पर और किस दबाव में आकर समिति भवन निर्माण हेतु छह लाख रुपए समिति के खाते में जमा किया है। उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
उन्होंने यह भी बताया कि समिति के सचिव सुभाष चंद्र की मौजूदगी में हुई बैठक में नौ में से छह सदस्यों उप सभापति रामेश्वर दयाल, संचालक हरिशंकर सिंह, अजय कुमार, रवींद्र कुमार, देवेंद्री आदि ने किशुनपुरा में भवन निर्माण को लेकर असहमति जताई है। उन्होंने इस मामले में उनका नाम लिए जाने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि सहकारिता के नियम संविधान के तहत बोर्ड की सहमति के आधार पर किशुनपुरा में निर्माण संभव नहीं है, पता नहीं किसके द्वारा क्यों उक्त स्थल पर निर्माण कराने की बात कही गई।
ये है पूरा मामला –
दरअसल, ये पूरा मामला किशुनपुरा साधन सहकारी समिति का है जो पहाड़गांव में संचालित है। समिति के कुछ सदस्य चाहते हैं कि समिति का उप बिक्रीकेंद्र किशुनपुरा में बन जाए। इसके लिए उन्होंने धन और जमीन जुटा लेने का भी दावा किया है लेकिन निर्माण नहीं हो पा रहा है। इसी सिलसिले में ग्रामीणों मनोहर सिंह, भगवान सिंह, भानु प्रताप सिंह, जयप्रकाश नारायण, लालजी निरंजन, राजू निरंजन, नीरज निरंजन, नन्हें पटेल, कमलेश तिवारी, चंद्रभान सिंह, प्रदीप, अनूप, राकेश, धीरेंद्र निरंजन नरेंद्र निरंजन, शिवराज सिंह, वीरेंद्र सिंह, नातीराजा आदि ने पिछले दिनों जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से पूरे मामले की शिकायत की थी कि किशुनपुरा की महिला कृषक माधुरी द्वारा समिति को 15 डेसिमल जमीन दान देकर रजिस्ट्री भी कर दी गई थी और विधायक मूलचंद्र निरंजन ने उक्त उप बिक्रीकेंद्र का शिलान्यास भी 28 अप्रैल को कर दिया गया था। इसी के साथ एकीकृत सहकारी विकास परियोजना द्वारा निर्माण के लिए छह लाख रुपए भी समिति के खाते में पहुंचा दिए गए हैं लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों द्वारा समिति के सचिव का हवाला देते हुए बताया गया था कि जेडीसी बैंक के चेयरमैन उदयसिंह पिंडारी ने काम रुकवा दिया है।