आर्य कन्या इंटर कॉलेज उरई में स्वावलंबन कैंप सह मनो सामाजिक परामर्श शिविर का किया गया आयोजन

उरई। महिला कल्याण विभाग की ओर से आर्य कन्या इंटर कॉलेज उरई के प्रांगण में आयोजित की गई स्वावलंबन कैंप सह मनो सामाजिक परामर्श शिविर बालिकाओं को उनके हुनर से अवगत कराते हुए उन्हें स्वावलंबी बनने हेतु प्रेरित किया गया ।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के निर्देश पर तथा जिला प्रोवेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन के नेतृत्व में आर्य कन्या इंटर कॉलेज उरई के प्रांगण में आज बालिकाओं के उत्थान के लिए तथा उनके अंदर के हुनर को पहचानने के लिए स्वावलंबन कैंप सह मनो सामाजिक परामर्श शिविर का आयोजन किया गया।
आज के कार्यक्रम में सखी वन स्टॉप सेंटर की मनो सामाजिक परामर्शदाता रागिनी ने कॉलेज की छात्राओं को बताया कि आप शिक्षा को आत्मसात करते हुए जीवन में लक्ष्य निर्धारित कीजिए तथा उसको पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए अपने लक्ष्य पर पहुंचे आपको सतत पढ़ाई करने की आवश्यकता है तथा अपने अंदर एक हुनर भी विकसित करने की आवश्यकता है ताकि आप स्वावलंबी बन सके तथा परिवार के उत्थान में अपना योगदान दे सके ,आपको अपनी झिझक छोड़ते हुए अपने अभिभावक से पढ़ने के लिए बात करनी है ताकि आप अपने भविष्य का निर्माण कर सकें तथा परिवार को संस्कार युक्त कर सकें।
आज के कार्यक्रम में जहां बेटियों ने पढ़ाई से संबंधित तथा भावनात्मक समस्याओं से संबंधित खुलकर बातचीत की वहीं दूसरी ओर अपने अंदर की क्षमता को पहचानते हुए कैसे सतत आगे बढ़ा जाए तथा परीक्षा में कैसे अच्छे अंक प्राप्त किए जाएं इसके बारे में ढेर सारे प्रश्न किये जिसका प्रति उत्तर रागिनी तथा बाल संरक्षण सेवाओं की परामर्शदाता रचना कुशवाहा द्वारा दिया गया। छोटे-छोटे हुनर को विकसित कर आप स्वावलंबी बन सकते हैं यथा आप ब्यूटीशियन का कोर्स करके अपनी स्वयं की कमाई कर सकते हैं तथा परिवार चला सकते हैं आप रोजगार की ओर उन्मुख होकर के परिवार के उत्थान में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना तथा कन्या भ्रूण हत्या को कैसे समाज से समाप्त किया जाए कैसे हम सब मिलकर बाल विवाह को रोक तथा बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बालिकाओं को बताया गया। इस कार्यक्रम में आर्य कन्या इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य रेखा सोनी प्रवक्ता ध्रुव देवी वन स्टॉप सेंटर की स्टाफ नर्स ज्योति तथा प्रवक्ता अर्चना चक्रवर्ती व ममता अहिरवार उपस्थिति रही। कार्यक्रम के बारे में बताते हुए बालिका सोनी व दिव्या ने कहा कि हमारे जीवन में इस प्रकार के परामर्श शिविर की बहुत महत्व है ताकि हम अपने मंच पर अपने भावना की अभिव्यक्ति कर सकें और भावनात्मक उलझन से बाहर आकर स्वस्थ जीवन जी सके।