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सरदार पटेल चौराहे का सौन्दर्यीकरण करायें : कमिश्नर

निर्माण कार्यो में गुणवत्तापरक पर विशेष ध्यान देने की जरुरत
आय पक्ष को और अधिक मजबूत बनाये, आय-व्यय में अधिक अन्तर न हो
अवैध निर्माण पर शमन की स्थिति पैदा न हो, निर्माण के पूर्व डोर-टू-डोर सर्वे करायें
उरई। मण्डलायुक्त डॉ० अजय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में उरई विकास प्राधिकरण की 20वीं बोर्ड बैठक कमिश्नरी सभागार में आयोजित की गयी। बोर्ड के नामित सदस्यों द्वारा सरदार पटेल चौराहे के सौन्दर्यीकरण का सुझाव प्रस्तुत किया गया। जिस पर मण्डलायुक्त ने इस चौराहे के सौन्दर्यीकरण हेतु आवश्यक कार्यवाही शुरु करने के साथ ही अन्य प्रमुख चौराहों के सौन्दर्यीकरण हेतु प्रस्ताव अगली बैठक में प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये। उरई विकास प्राधिकरण द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यो में गुणवत्तापरक पर विशेष ध्यान देने की जरुरत पर बल देते हुये कहा कि कार्य साफ-सुथरा एवं गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए।
मण्डलायुक्त ने शमन उपविधि के प्राविधान लागू किये जाने के सम्बन्ध में निर्देश दिये कि अवैध निर्माण पर शमन की स्थिति पैदा न हो, इसके लिये अभियंताओं से डोर-टू-डोर सर्वे कराये, जिससे मानचित्र के अनुसार ही निर्माण कार्य सुनिश्चित होना चाहिए। मण्डलायुक्त ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के अन्तर्गत प्रस्तावित बजट का अवलोकन करते हुये निर्देश दिये कि आय पक्ष को और अधिक मजबूत बनाये जाने की जरुरत है और आय-व्यय में अधिक अन्तर न हो, यह सुनिश्चित किया जाये। उरई विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित चुर्खी बाईपास चौराहे तथा जालौन बाईपास चौराहे को भारी वाहनों से सुरक्षा के दृष्टिगत आरसीसी रिंगबीम एवं बोलार्ड लगाये जाने के सम्बन्ध में अवस्थापना निधि से इस शर्त के साथ अनुमोदन दिया गया कि रोड सेफ्टी के मानकों के दृष्टिगत कार्य सुनिश्चित कराये जाये। इसके साथ ही दुर्घटना की सम्भावनाओं के दृष्टिगत ब्रेकर निर्माण भी आवश्यक है। मण्डलायुक्त ने उरई महायोजना-2031 के अन्तर्गत राजमार्ग के दोनो ओर 30 मीटर तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनो ओर 60 मीटर एवं एक्सप्रेस-वे तथा बाईपास मार्ग के दोनो ओर 100 मीटर हरित पट्टिका तथा कूड़ा निस्तारण/डम्पिंग ग्राउण्ड के प्रस्ताव हेतु स्थल चयन हेतु निर्देश दिये गये। उन्होने मल्टीलेबिल पार्किंग के लिये स्थल चिन्हित करने के भी निर्देश दिये। चौरसी आवासीय योजना के अवशेष कार्यो के अन्तर्गत योजना की कम्पाउण्ड वॉल/बाउण्ड्री वॉल का निर्माण कार्य, भूखण्ड एवं पार्क में मिट्टी भराई का समतलीकरण, पार्को में लोहे के गेट एवं ग्रिल लगाने, जलापूर्ति हेतु ओवर हैड टैंक सहित अन्य कार्य, विद्युतीकरण सम्बन्धी कार्यो को कराने के सम्बन्ध में मण्डलायुक्त ने कहा कि योजना के आंतरिक विकास सम्बन्धी सभी कार्य पहले से ही प्रस्तावित होने चाहिए। इसके अन्तर्गत निर्माण होने वाले आवासों के लिये भविष्य में अतिरिक्त मूलभूत आवश्यकताओं के दृष्टिगत जगह की उपलब्धता बनी रहे। उन्होने होने वाले निर्माण कार्यो में गुणवत्तापरक कार्य सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। बैठक में मण्डलायुक्त ने उरई विकास प्राधिकरण के कार्यो की समीक्षा करते हुये कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिये। सचिव द्वारा प्राधिकरण की आवासीय, व्यवसायिक योजनाओं तथा लेण्डबैंक (पूलिंग) के सम्बन्ध में अवगत कराया गया, जिस पर मण्डलायुक्त ने कहा कि प्राधिकरण को अपनी आय बढाने के लिये ऐसे स्थलो को चिन्हित करना होगा। बैठक में उरई विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष/जिलाधिकारी जालौन प्रियंका निरंजन, सचिव/नगर मजिस्ट्रेट श्री सुनील कुमार शुक्ला, मुख्य लेखाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी, बोर्ड के नामित सदस्य ब्रजभूषण सिंह मुन्नू, अनिल यादव सहित उरई विकास प्राधिकरण के अधिशाषी अधिकारी, सहायक अभियंता एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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