उ० प्र० कांग्रेस उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने व्यापारियों की समस्याओं को लेकर दिया ज्ञापन

उरई/जालौन। गुरुवार 24 जून को उ० प्र० काँग्रेस उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के प्रान्तीय उपाध्यक्ष के० के० गहोई ने व्यापारियों विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री को संबोधित जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि पिछले कई वर्षों से लघु उद्योग थोक व्यापारी मध्यम व्यापारी एवं खुदरा व्यापारी सरकार की नीतियों के कारण गंभीर रूप से संकट में है पहले नोट बंदी लागू करना उसके बाद जीएसटी का लागू होना और कोरोना के कारण लॉक डाउन होने से व्यापारियों की कमर टूट गई है उद्यमी और व्यापारी दोनों बहुत परेशान है अगर इनकी मांगे नहीं मानी गई तो यह बर्बाद हो जाएंगे। इसी के साथ के० के० गहोई ने यह मांग की कि पिछले 16 महीनों में लॉकडाउन और कोरोना वायरस के प्रभाव से सबसे ज्यादा पीड़ित खुदरा व्यापारी छोटे मध्यम व्यापारी और लघु उद्योग रहे हैं बंदी में हुए नुकसान की भरपाई के लिए लघु उद्योग और समस्त छोटे व्यापारियों को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए, इसके अलावा लॉकडाउन पीरियड में बिजली के बिल से फिक्स चार्ज न लिया जाए जिसको भी तत्काल माफ किया जाए, व्यापारियों का व्यापार से संबंधित बैंक ब्याज माफ किया जाए जिसको सरकार वहन करें, जीएसटी की विसंगतियों को तत्काल दूर किया जाए जिससे व्यापारी सुगमता के साथ व्यापार कर सके और सरकार को अधिक टैक्स प्राप्त हो सके, कोविड-19 से दिवंगत हुए व्यापारियों के परिवार को कम से कम 10 लाख का मुआवजा दिलाया जाए, कोरोना काल में व्यापारियों के बैंकों की किस्त चुकाने का एनपीए की समय अवधि 3 माह से बढ़ाकर 9 माह की जाए एवं वर्षों तक करदाता रहे व्यापारियों को 65 वर्ष की आयु के बाद सम्मानजनक पेंशन दी जाए, साथ ही व्यापारियों का संवैधानिक अधिकार वाला संगठन बनाया जाए जिससे की व्यापार की सुगमता के लिए दी गई सलाह को सरकार मानने के लिए बाध्य हो, सभी औद्योगिक क्षेत्रों व्यापारिक क्षेत्रों और बाजारों की स्थानीय समस्याओं का प्राथमिकता पर्व निराकरण किया जाए।