तीस कुंतल के फरमान पर सरकार का यू टर्न, चौबीस घंटे भी नहीं टिक सकी अपने फैसले पर

कोंच (पी.डी. रिछारिया)। एमएसपी पर हो रही गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर सरकार अपने तीस कुंतल के फरमान से यू टर्न ले गई है। किसानों का कोप भाजक बनने के डर से सरकार अपने इस फैसले पर चौबीस घंटे भी टिकी नहीं रह सकी और नया आदेश जारी कर पूर्व के नियमों के अनुसार ही खरीद करने को क्रय एजेंसियों को कह दिया है। नए फरमान पर किसान काफी परेशान हो गए थे और सरकार को कोस रहे थे।
गौरतलब है कि चौबीस घंटे पूर्व सरकार ने नया फरमान जारी कर दिया था जिसके मुताबिक एक किसान के लिए तीस कुंतल से ज्यादा गेहूं एमएसपी पर नहीं बेच सकने की बात कही गई थी। रातों रात पोर्टल में भी बदलाव कर दिया गया था और गुरुवार को क्रय एजेंसियों ने भी नए फरमान के हिसाब से ही किसानों का गेहूं तौला था। किसानों में इस बात को लेकर खासा गुस्सा भी था और वे पानी पी पी कर सरकार को खरी खोटी सुनाने पर उतर आए थे। शुक्रवार को क्रय एजेंसियों को मैसेज मिला कि किसानों की उपज पूर्ववर्ती नियमों के अनुसार ही की जाए, अर्थात सरकार ने अपने तीस कुंतल बाले फरमान से पैर खींच लिए हैं। आरएफसी केंद्र प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि हां, उन्हें मैसेज मिल गया है। इस खबर को सुन कर किसानों ने भी राहत की सांस ली है। बताते चलें कि मंगलवार तक एक किसान इक्यानवे कुंतल तक गेहूं बेचने का अधिकार रखता था लेकिन जब गुरुवार को जब क्रय केंद्र खुले तो केंद्र संचालकों ने किसानों को नए फरमान के बाबत बताया कि अब सरकार ने नया नियम लागू कर दिया है जिसमें एक किसान तीस कुंतल से ज्यादा गेहूं नहीं बेच सकता है, इस खबर को सुन कर किसान सकते में आ गए थे।