हरदोई। जिला हरदोई के ग्राम रामपुर धर्मपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में असलापुर धाम से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक अनूप ठाकुर महाराज ने सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि कृष्ण अपने बाल सखा सुदामा की आवभगत में इतने विभोर हो गए कि द्वारिका नाथ हाथ जोड़कर और अंग लिपटाकर जल भरे नेत्रों से सुदामा का हाल चाल लेते हैं। भगवान के नेत्रों से इतना पानी निकलता है कि उससे सुदामा का पैर धुल जाता है। परात में रखे पानी में भगवान को हाथ नहीं लगाना पड़ा। इस प्रसंग से हमें यह शिक्षा मिलती है कि मित्रता में धन दौलत आड़े नहीं आनी चाहिए। सुदामा के आने की खबर पाकर किस प्रकार श्रीकृष्ण दौड़ते हुए दरवाजे तक जाते हैं कि मानों उनसे भी बड़ा कोई देवता आ रहा है और उसका स्वागत करने जा रहे है।
अनूप महाराज ने सुदामा चरित्र की कथा का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा जो अपनी इंद्रियों का दमन कर ले वही सुदामा है। मौके पर श्रद्धालुओं ने ध्यान पूर्वक कथा का श्रवण किया। उन्होंने कहा श्री कृष्ण भक्त वत्सल हैं सभी के दिलों में विहार करते हैं। जरूरत है तो सिर्फ शुद्ध ह्रदय से उन्हें पहचानने की कथा के दौरान बीच बीच में ठाकुर जी ने भजन की प्रस्तुति की। श्रीमद् भागवत कथा में सुदामा चरित्र की कथा सुनकर पंडाल में मौजूद समस्त भक्तगण भाव विभोर हो गए। कथा में आयोजक ज्ञानू सिंह, रनवीर कुशवाहा, शिवम सोलंकी, विमल श्याममोहन आदि मौजूद रहे।