– टीम के आने से पहले जिला महिला चिकित्सालय में तैयारियां जोरों पर उरई/जालौन। कायाकल्प योजना के राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए जिला महिला चिकित्सालय में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। यहां पर कोरोना संक्रमण काल में राज्य स्तरीय टीम द्वारा वर्चुअल असेसमेंट किया जाना है। तीन सदस्यीय टीम छह जनवरी को वर्जुअल तरीके से असेसमेंट करेंगी। जिला महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुणेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस बार कायाकल्प योजना में पुरस्कार जीतने के लिए पूरी तरह से तैयारियां कर ली गई है। अस्पताल का नए सिरे से रंग रोगन कराया जा रहा है। जगह जगह इंडीकेटर (संकेतक) लगवाए जा रहे हैं। अस्पताल स्टाफ को दक्ष किया जा रहा है। स्टाफ से कहा गया है कि अवार्ड योजना में शामिल होने में कोई कसर न छोड़ी जाए। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएं। कायाकल्प योजना के जनपदीय परामर्शदाता डा. अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम में डा. मोनिका (विभागाध्यक्ष सोशल एंड प्रेवेंटिव मेडिसन एसपीएम) केजीएमयू लखनऊ, मंडलीय परामर्शदाता कायाकल्प अवार्ड मेरठ डिवीजन डा. नीरज गौतम एवं लखनऊ विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डा. मौसमी गुप्ता शामिल है। यह टीम पूरे दिन कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत वर्चुअल असेसमेंट करेंगी। असेसमेंट में चिकित्सालय का रखरखाव, साफ सफाई, वायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, सहयोगी सेवाएं, स्वच्छता को बढ़ावा देना, अस्पताल के चहारदीवारी के आस-पास का एरिया समेत सात क्षेत्रों का वर्चुअल निरीक्षण किया जाएगा। इसमें 120 बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला महिला अस्पताल को दो बार सात्वना पुरस्कार मिल चुका है।
कोरोना संक्रमण के चलते अंक निर्धारण प्रक्रिया में हुआ बदलाव – कायाकल्प परामर्शदाता ने बताया कि वर्चुअल असेसमेंट में अंक निर्धारण प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। कायाकल्प योजना अवार्ड में शामिल होने के लिए मेरा अस्पताल पोर्टल के 15 प्रतिशत अंक, पीयर असेसमेंट के 25 प्रतिशत अंक और तीसरे और अंतिम चरण के वुर्चअल असेसमेंट में 60 फीसदी अंकों के आधार पर टीम चिकित्सालय इकाई का मूल्यांकन करेंगी। उसी आधार पर अंक देगी। अगर 70 फीसदी से अधिक अंक आते है तो चिकित्सालय को अवार्ड के लिए शामिल कर लिया जाता है। उन्होंने बताया कि असेसमेंट में राज्य में सबसे ज्यादा अंक लाने पर जिला स्तरीय अस्पताल को 50 लाख का पुरस्कार दिया जाता है। दूसरे स्थान पर 30 लाख और तीसरे स्थान पर 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। सांत्वना पुरस्कार के रुप में तीन लाख रुपये दिये जाते हैं।