– लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है
– जिम्मेदारों के रहमोंकरम से खूब चल रहा प्रतिबंधित गुटखा उरई/जालौन। तंबाकू युक्त गुटखा के उत्पादन व विक्रय को प्रतिबंध लगा हुआ है। प्रतिबंध के बाद भी नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न जगहों पर खुलेआम तंबाकू युक्त राधिका, श्रीसुपर गुटखा की बिक्री की जा रही है। तंबाकू युक्त गुटखे की बिक्री रोकने में प्रशासन भी रुचि नहीं ले रहा है और कार्रवाई के अभाव में अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में तंबाकू युक्त गुटखे को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया था लेकिन नगर व आसपास के क्षेत्रों में प्रतिबंध का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। गौरतलब है कि शहर के बड़े थोक दुकान हो, पान ठेला या फिर गांव के किराना की दुकान सभी जगह आसानी से लोगों को तंबाकू युक्त श्रीसुपर,राधिका, गुटखा उपलब्ध है। तंबाकू युक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद शुरुआती दिनों में ही प्रशासन द्वारा इस दिशा में कार्रवाई की गई थी लेकिन शुरुआती कार्यवाही के बाद प्रशासन ने अवैध रूप से शहर में हो रही गुटके की बिक्री को रोकने में रुचि नहीं दिखा रही है। गुटके के खुलेआम बिक्री से जहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। तो वहीं दूसरी ओर लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि लंबे समय से गुटखा की बिक्री प्रतिबंध है लेकिन क्षेत्र में धड़ल्ले से गुटका की बिक्री हो रही है। इसका प्रमुख कारण प्रशासनिक उदासीनता है। कार्यवाही नहीं होने के कारण नियमों का उल्लंघन करने वालों को किसी बात का डर नहीं रह गया है और प्रतिबंध वस्तुओं की बिक्री कर उनके द्वारा मोटा मुनाफा कमाया जा रहा है।