विधिक सेवा दिवस के अवसर पर न्यायालय सभागार में एक संगोष्ठी का किया गया आयोजन

उरई/जालौन। माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार आज ‘‘विधिक सेवा दिवस‘‘ के अवसर पर जिला दीवानी न्यायालय सभागार उरई में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका विधिवत् उद्घाटन पूर्वान्ह 10ः00 बजे माननीय अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश श्री लल्लू सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुये दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
इस संगोष्ठी में मा0 अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश श्री लल्लू सिंह ने बताया कि देश में हर साल 9 नवंबर को विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 को अपनाने के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नालसा का गठन विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के अंतर्गत समाज के कमजोर वर्गों को निःशुल्क कानूनी सेवाएँ प्रदान करने के लिये और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिये लोक अदालतों का आयोजन करने के उद्देश्य से किया गया है।
उन्होने इस बात पर विशेष बल दिया कि विधिक साक्षरता दिवस मनाने का मात्र इतना सा अर्थ हैं कि आस-पास के कमजोर वर्ग के लोगों को विधिक जानकारियां दी जाये। जिससे उन्हें सामान्य जीवन जीने में कोई परेशानी न हो और इस कार्य में न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी विशेष सहयोग करें, साथ ही उन्होने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 22 (1), विधि के समक्ष समानता सुनिश्चित करता है। यह दिन भारत के नागरिकों इस बात का एहसास दिलाता है कि आपकी पहचान, पृष्ठभूमि चाहें कुछ भी हो, सभी मुफ्त विधिक सहायता प्राप्त करने का अधिकार रखते हैं और इस कार्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सदैव ही निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करने में तत्पर हैं।
इस संगोष्ठी में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम श्री अरूण कुमार मल्ल द्वारा बताया कि गरीबी में रहने वाले समुदायों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों को अक्सर विधिक जानकारी बहुत कम या बिल्कुल नहीं है। ऐसे लोगों को उनके अधिकारों और मुफ्त विधिक सेवाओं के बारे में विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित विधिक सेवा कार्यक्रमों एवं पैरालीगल वालंटियर्स के माध्यम से विधिक जानकारियां दी जाती है जिससे वे लाभ उठा सकते हैं। इसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अहम भूमिका निभा रहा है।
प्रभारी सचिव/सिविल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री राजीव सरन द्वारा बताया कि इस संगोष्ठी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा पैनल अधिवक्ता श्री राम जी, पराविधिक स्वयंसेवक श्री महेश कुमार सिंह परिहार, विधि छा़त्रा कु0 मीनाक्षी नगाइच इत्यादि को उनके द्वारा विधि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु मा0 जनपद न्यायाधीश द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस संगोष्ठी में विशेष न्यायाधीश (एससी0/एसटी0 एक्ट) श्री शिवकुमार, न्यायाधीश श्री अंचल लवानिया, श्री प्रमोद कुमार गुप्ता, अपर सत्र न्यायाधीश श्री मोहम्मद आजाद, डा0 अवनीश कुमार, श्रीमती अन्जू राजपूत, सीजेएम0 श्री महेन्द्र कुमार रावत, अपर सिविल जज सी0डि0 श्री गजेन्द्र सिंह एवं अपर सिविल जज सी0डि0/एफ0टी0सी0 श्री अर्पित सिंह, सिविल जज जू0डि0 श्रीमती वन्दना अग्रवाल, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती अनुकृति सन्त, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट उरई श्री चन्द्रभान तथा समस्त न्यायिक कर्मचारीगण सहभागिता की गयी। इसी क्रम में जनपद के वाहय स्थित न्यायालय सिविल जज जू0डि0 कोंच, कालपी, जालौन एवं ग्राम न्यायालय माधौगढ़ में वहां के पीठासीन अधिकारी द्वारा वहां विधिक सेवा दिवस मनाया गया।