बाल सेवा योजना कोविड-19 के तहत बच्चों को दी जा रही धनराशि : अलकमा अख्तर
जिला महिला चिकित्सालय उरई में स्वावलंबन कैम्प का किया गया आयोजन

उरई। उत्तर प्रदेश महिला कल्याण विभाग के आदेशानुसार महिला कल्याण विभाग द्वारा महिला कल्याण विभाग में संचालित सभी योजनाओं से पात्र महिलाओं को संतृप्त किए जाने हेतु प्रत्येक माह के द्वितीय व चतुर्थ बुधवार को भव्य स्वाबलंबन कैंप का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।
इसी क्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देशानुसार आज महिला शक्ति केंद्र से महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर द्वारा जिला महिला चिकित्सालय उरई में स्वावलंबन कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें जन समुदाय की महिलाओं को महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य, बाल सेवा योजना कोविड-19, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वन स्टॉप सेंटर आदि योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
कैंप में महिलाओं को महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर द्वारा कन्या सुमंगला योजना की ऑनलाइन साइट बताते हुए पात्र लाभार्थियों को अधिक से अधिक आवेदन कराने की बात कही गई व जिन बच्चियों का अभी पैसा नहीं आया है उनको अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म लाकर जिला प्रोबेशन कार्यालय 26 नंबर कमरे में चेक कराने को बताया गया तथा आवेदन सही श्रेणी में करने के लिए वहां उपस्थित महिलाओं एवं पुरुषों को बताया गया महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर के विषय में बताया गया कि यदि कोई महिला घरेलू हिंसा का शिकार है या कोई बालिका किसी समस्या से पीड़ित है तो वह वन स्टॉप सेंटर एवं जिला प्रोबेशन कार्यालय में आकर अपनी समस्या लिखित में दे सकती है या 181 महिला हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या कह सकती है जिस को उचित सहायता प्रदान की जाएगी।
बाल सेवा योजना कोविड-19 के विषय में जानकारी देते हुए बताया गया कि ऐसे बच्चे जिन्होंने कोविड-19 के दौरान अपने माता पिता को या आय अर्जित करने वाले संरक्षक को खो दिया है उन बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिए उनके भरण-पोषण के लिए 18 वर्ष तक 4000 रुपये प्रति माह की धनराशि प्रदान की जाती है परंतु शर्त यह है कि 5 साल से 18 साल तक का बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा हो। बाल सेवा योजना सामान्य में 23 वर्ष तक बच्चों को 2500 की धनराशि प्रदान की जाती है। स्वावलंबन कैंप में महिला शक्ति केंद्र से जिला समन्वयक नीतू देवी एवं आशा प्रेमवती, नाजमा, महिलाएं एवं चिकित्सालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।