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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने माँगे पूरी न होने पर राजधानी में विशाल धरने की दी चेतावनी

22 सूत्रीय माँगों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर दिया धरना

उरई/जालौन। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर 22 सूत्रीय माँगों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान ने बताया कि वर्तमान में जनपद में पिछले पांच साल से भी अधिक समय से शिक्षकों के तबादले नही हुए हैं, अतः गतिमान अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण में ट्रांसफर की संख्या का प्रतिशत 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की मांग प्रमुखता से की गयी।

जिला महामंत्री इलयास मंसूरी ने बताया कि 22 सूत्री मांगों में वीडियो कॉल/वायस कॉल के माध्यम से ऑनलाइन निरीक्षण पर रोक लगाने, पुरानी पेंशन बहाली, 2004 बैच के शिक्षकों को केंद्र की भांति पेंशन मेमोरेण्डम जारी कर पुरानी पेंशन का लाभ देने, प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति के मुद्दे पर शीघ्र निर्णय लेने, राज्य कर्मियों की भांति नि:शुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने समेत 22 सूत्रीय बिन्दुओ पर प्रांतीय नेतृत्व द्वारा महानिदेशक स्कूल शिक्षा को ज्ञापन दिया गया था लेकिन अधिकांश माँगों के पूरा न होने के कारण राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रांतीय नेतृत्व द्वारा सात चरणों के आंदोलन कार्यक्रम की घोषणा की गई है, जिसके तृतीय चरण के तीसरे दिन एक दिवसीय सभी जिलों में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया जा रहा है। इससे पूर्व पहले दिन दिनाँक 20 मई को बीएसए के माध्यम से महानिदेशक को 22 सूत्री ज्ञापन भेजा गया था व दिनाँक 21 मई को बीएसए ऑफिस से गाँधी चबूतरा तक शांतिपूर्ण मार्च निकाला गया था। जिला संघर्ष समिति के अध्यक्ष राज देवर, संयोजक अरविंद स्वर्णकार व सहसंयोजक विकास कुमार की संयुक्त अगुआई में संगठन के पदाधिकारियों सहित सैकड़ों शिक्षकों ने तीन दिवसीय आंदोलन कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

प्रदेशीय मीडया प्रमुख बृजेश श्रीवास्तव ने चेतावनी देकर कहा कि शिक्षकों की जरूरी मांगों को विभाग द्वारा काफी लंबे समय से अनदेखा किया जा रहा है, जो कि कतई स्वीकार्य नही है। शांति पूर्वक ढंग से मांगी जा रही मांग पूरी न होने की स्थिति में संगठन के बैनर तले शिक्षक शिक्षिकाएं हजारों की संख्या में राजधानी में विशाल धरने पर बैठने को विवश होंगे। एडेड संवर्ग के जिलाध्यक्ष उपेन्द्र शर्मा ने कहा कि 22 सूत्री शिक्षक समस्याओं के अतिरिक्त जनपद इकाई द्वारा एडेड विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की समस्याओं को भी प्रथक से माँग पत्र में जोड़कर कर भेजा गया है। जिनके पूरा न होने पर संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा।

धरने में सम्मिलित होने वालों में जिला संगठन मंत्री तनवीर अहमद, जिला कोषाध्यक्ष राकेश कुमार, अखिलेश अवस्थी, धीरेंद्र त्रिपाठी, संजीव गुर्जर, रमाकांत त्रिपाठी, देवी चरण प्रजापति, सीमा सिंह, अनुराधा चौधरी, सरला कुशवाहा, शहला जैदी, कल्पना बाजपेयी, मीना वर्मा, शैलेन्द्र कुमार, बद्री झा, अभिषेक पुरवार, अनिल कुमार, रंजना श्रीवास्तव, पवन सोनी, हिमांशु पुरवार, सुनीता देवी, महेंद्र श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, राजेश सक्सेना, आलोक गुप्ता, दशरथ सिंह, रवि सोनी, आशीष कुमार, केशव द्विवेदी, सौरभ सोनी, नीतेश श्रीवास्तव, परमानंद, शिवेंद्र श्रीवास्तव, सत्यपाल, चंद्रपाल आदि।पदाधिकारी मौजूद रहे।

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