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जनपद जालौन के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मिला कायाकल्प अवार्ड

सभी ने जीता सांत्वना पुरस्कार, मिलेंगे एक एक लाख रुपये

उरई/जालौन। जिले के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों ने कायाकल्प अवार्ड में सांत्वना पुरस्कार जीता है। सभी अवार्ड विजेता स्वास्थ्य केंद्रों को एक एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें 75 प्रतिशत धनराशि अस्पताल के रखरखाव और 25 फीसदी धनराशि स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन स्वरुप दी जाएगी। पांच स्वास्थ्य केंद्रों के कायाकल्प अवार्ड में चुने जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने चिकित्सक और स्टाफ को बधाई दी है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच, रामपुरा, माधौगढ़, जालौन और कदौरा को कायाकल्प के राज्य स्तरीय अवार्ड में सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह उपलब्धि सभी कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास से हासिल हुई है।

जनपदीय परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि कदौरा सीएचसी को सबसे ज्यादा 80.71 प्रतिशत अंक मिले है। कोंच सीएचसी को 74.71 अंक, रामपुरा सीएचसी को 72.14 अंक, माधौगढ़ सीएचसी को 71.43 अंक, जालौन सीएचसी को 70.71 अंक मिले है। कदौरा, माधौगढ़ और जालौन सीएचसी को लगातार तीसरी बार सांत्वना पुरस्कार मिला है। जबकि कोंच सीएचसी को दूसरी बार मिला है। जबकि रामपुरा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रुप में पहली बार यह पुरस्कार मिला है। अभी तक रामपुरा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रुप में पुरस्कार प्राप्त करता रहा है। रामपुरा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रुप में चार बार कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है।

क्या है कायाकल्प अवार्ड योजना –
कायाकल्प अवार्ड योजना चिकित्सा इकाइयों को साफ सुथरा रखने, संक्रमण नियंत्रण कार्य को बढ़ावा देना, बायो मेडिकल बेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था को ठीक कराना और चिकित्सालय के आसपास के चारों तरफ के एरिया को साफ सुथरा रखना है। इसके अलावा रोगी के अधिकार, उत्तरदायित्व और उनकी संतुष्टि वाले कार्यों को बढ़ावा देना है। इनके लिए निर्धारित चिकित्सालय के रखरखाव, स्वच्छता, बेस्ट मैनेजमेंट, संक्रमण नियंत्रण, साफ सफाई को बढ़ावा, सहयोगी सेवाएं, ईको फ्रेंडली सेवा, चाहरदीवारी के बाहर की सेवाओं को लेकर एक निर्धारित चेकलिस्ट के अनुसार अंक दिए जाते है। उन्हीं अंकों के आधार पर पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत लाना अनिवार्य है। कायाकल्प के लिए तीन स्तर पर मूल्यांकन किया जाता है। इसमें आंतरिक मूल्यांकन, मंडल स्तरीय मूल्यांकन, राज्य स्तरीय मूल्यांकन किया जाता है।

अगली बार सभी सीएचसी करेंगी प्रतिभाग –
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी क्वालिटी एश्योरेंस डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि इस साल आठ में से पांच सीएचसी का कायाकल्प योजना में चयन किया गया है। अगली बार जिले के सभी आठ सीएचसी को इस अवार्ड के लिए प्रतिभाग कराया जाएगा। कोशिश की जाएगी कि प्रदेश में भी जिले की सीएचसी का स्थान बनाया जाए।

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