भारतीय आध्यात्म का विदेशों में विवेकानंद ने बढ़ाया था मान : देवेंद्र शुक्ला
बेटियों को आगे बढ़ाने को समाज बदले अपना दृष्टिकोण : डॉ. राकेश द्विवेदी

उरई/जालौन। वेदांत और आध्यात्म पर पूरे विश्व को ज्ञान देने वाले स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रुप में मनाया गया। इस अवसर पर अरविंद माधुरी तिवारी महाविद्यालय ने छात्र वृत्ति की घोषणा कर बीए, बीएससी टॉपरों को छात्रवृत्ति के साथ सम्मानित किया।
युवा दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मुस्कान इंस्टीट्यूट के प्रबंध निदेशक देवेंद्र शुक्ला ने कहा कि आज की पीढ़ी में अपने भीतर पढ़ने की क्षमता पैदा करनी होगी। एक शिक्षा ही है जिससे समाज को बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपसंस्कृति के दुष्प्रभाव से बचाना होगा। अभिभावक इस पर कड़ी निगरानी रखें। श्री शुक्ला ने कहा कि विवेकानंद का कहना था कि खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है। हमारी संस्कृति पूरी दुनिया से प्रेम करना सिखाती है। हमारे वेदांतों में नफरत और घृणा का कोई स्थान नहीं। उन्होंने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए समाज की रूढ़ियों को बदलना पड़ेगा।
प्राचार्य डॉ. राकेश द्विवेदी ने कहा कि अपने विचारों के द्वारा विवेकानंद दुनिया में अमर हो गए। वह खुद के लिए नहीं बल्कि देश और समाज के लिए जिये। धर्म और संस्कृति को सबसे ऊपर रखा। उन्होंने युवा वर्ग को कर्तव्य का महत्व बताया। प्रखर बुद्धि पुरस्कार विजेता लवि गुप्ता ने कहा कि सफलता मेहनत की खाद चाहती है। इसका कोई शार्ट कट नहीं होता। विद्यार्थी वर्ग यदि मेहनत से बचेगा तो फिर उसका लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल है।
इस अवसर पर बीए टॉपर प्रतिभा सिंह और बीएससी टॉपर रोशनी सिंह को कॉलेज की ओर से छात्रवृत्ति देकर सम्मानित किया गया। बाद में अतिथियों और सम्मानित विद्यार्थियों की ओर से विवेकानंद की स्मृति में पौधरोपण किया गया। समारोह का संचालन अंजली गुप्ता ने किया। सरस्वती वंदना रेनुका – कौशकी प्रस्तुत की। इस अवसर पर श्वेता शर्मा, छाया सिंह, केके अग्रवाल, सोहेल बेग खुशबू पाल, मुस्कान, सोनाली, सोनल,वर्षा रेनुका, कौशकी, दिव्या, संध्या, पायल पाल आदि उपस्थित रहे।