चुनाव प्रचार के पोस्टरों ने घरों की दीवालों को किया बेरंग, शहर के विद्युत पोलों को भी नहीं छोड़ा
दो माह पूर्व पालिका ने खंभों से उतरवाए थे प्रचार होर्डिंग्स, कहा था कि फिर टांगे तो कार्रवाई

कोंच (पीडी रिछारिया) निकाय चुनाव को लेकर जिस तरह से चुनाव प्रचार किया जा रहा है उससे पूरा शहर ही बदसूरत दिखाई दे रहा है। न ही बिजली का एक भी खंभा और न ही कोई दीवार ऐसी बची है जिस पर चुनाव प्रचार न चिपका हो। हालांकि दो महीने पहले पालिका प्रशासन ने रेलवे क्रासिंग से मारकंडेयश्वर तिराहे तक के खंभों से प्रचार होर्डिंग्स उतरवाए गए थे और पालिका की ओर से चेतावनी भी दी गई थी कि दोबारा टांगे तो कार्रवाई होगी लेकिन ये चेतावनी बेअसर साबित हुई है।
निकट भविष्य में संभावित निकाय चुनाव को देखते हुए न केवल निजी संपत्तियों पर बल्कि सरकारी, अर्द्ध सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों पर भी बेशुमार प्रचार सामग्री लगाई गई है जिससे शहर की सूरत ही बदली बदली नजर आ रही है। गौरतलब यह भी है कि एक तो लगातार पड़े हिंदू तीज त्योहार और ऊपर से निकाय चुनाव सिर पर, ऐसे में लोगों को अपना प्रचार करने का अच्छा मौका मिला है। नगर की कोई भी सड़क या गली ऐसी नहीं है जो प्रचार से पटी न पड़ी हो। चाहे अध्यक्ष पद का संभावित प्रत्याशी हो अथवा सभासद पद का, सभी के प्रचार थोक में टंगे हैं। इसके अलावा घरों की कोई दीवार भी साबित नहीं बची है जहां प्रचार सामग्री न लगी हो। लोगों ने लाखों खर्च करके घरों को सुंदर बनाया था लेकिन इन प्रचारों ने सब गुड़ गोबर कर दिया है। मुख्य राजमार्ग पर इन प्रचार होर्डिंग्स से पालिका प्रशासन द्वारा बिजली के खंभों पर लगवाई गई तिरंगा लाइटें तक दब गईं थीं तब दो महीने पहले ऐसे सभी प्रचारों को हटवाने के लिए नगर पालिका द्वारा अभियान चलाया गया था, साथ ही नगर पालिका ईओ पवन किशोर मौर्य ने लोगों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि नगर के सार्वजिनक स्थानों पर होर्डिंग लगाई गईं तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पालिका प्रशासन की उक्त चेतावनी नक्कारखाने में तूती की आवाज की तरह दबकर रह गई है।