रामलीला में पुष्प वाटिका एवं जनक बाजार लीला का किया गया मंचन

कोंच/जालौन। कस्बे के बजरिया में जारी रामलीला के 65वें महोत्सव में बुधवार की रात पुष्प वाटिका और जनक बाजार लीला का मंचन किया गया। जिसमें अहिल्या उद्धार और गौरी पूजन के लिए पुष्प वाटिका में आईं जनक नंदिनी को प्रभु श्रीराम का प्रथम दर्शन होने के प्रसंग दिखाए गए। गंगा घाट के पंडों और बाजार में फूल, दही, मट्ठा, खिलौने आदि बेचने वालों ने हास्य व्यंग के माध्यम से दर्शकों को खूब हंसाया। बाजार घूमने गए प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण को रिझाने के बाजार में बैठे दुकानदारों ने अपनी वस्तुओं की खूबियां बताईं।
श्री नवलकिशोर रामलीला समिति द्वारा संचालित बजरिया की रामलीला में दिखाया गया कि राम और लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के साथ धनुष यज्ञ देखने के लिए जनकपुर जाते हैं जहां रास्ते में अपने पति ऋषि गौतम के श्राप वश पाषाण शिला बनी पड़ी अहिल्या का प्रभु राम उद्धार करते हैं। जनकपुर में गुरु की आज्ञा से राम और लक्ष्मण पुष्प चयन के लिए पुष्प वाटिका में पहुंचते हैं जहां गौरी पूजन के लिए सखियों संग आई सीता व राम का प्रथम मिलन होता है। बाजार में दुकानदारों द्वारा दोनों भाइयों की मोहिनी छवि आकर्षित करती है तो उनका दर्शन करने के उद्देश्य से दुकानदार अपनी वस्तुओं को उनके सम्मुख प्रस्तुत करके उनकी प्रशंसा करते हैं। जनक का अभिनय महावीर आचार्य, विश्वामित्र पंकज वाजपेयी, दलाल द्वय हरिमोहन तिवारी, रामू दुवे, दही वाली सूरज शर्मा, फूलवाली दीपक श्रीवास्तव, कुंजड़ी गुड्डन वाजपेयी, जौहरी प्रशांत नगरिया, बजाज राकेश तिवारी, हलवाई रामू, पान वाली लाखनसिंह ठेकेदार आदि ने निभाई।
कलाकारों को किया गया सम्मानित –
श्री नवलकिशोर रामलीला समिति द्वारा संचालित बजरिया रामलीला के कलाकारों को समाजसेवी प्रमोद शुक्ला व अमित शुक्ला ने अंगवस्त्र ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्रमोद शुक्ला ने कहा कि बिना किसी स्वार्थ के जो कलाकार कोंच की सांस्कृतिक विरासत रामलीला को आगे बढ़ाने में लगे हैं वे निश्चित रूप से सम्मान के पात्र हैं। इधर, रामलीला कमेटी और अभिनय विभाग की ओर से प्रमोद शुक्ला व अमित शुक्ला का भी सम्मान करते हुए आभार जताया गया। इस दौरान विशाल गिरवासिया, नरेश कुशवाहा, रमेश तिवारी, हरिमोहन तिवारी, चंदन यादव, सीताराम नगरिया, अमरेंद्र दुवे सहित तमाम लोग मौजूद रहे।