‘अरविंद फाउंडेशन’ का सराहनीय प्रयास ! ‘प्रतिभा उत्सव’ कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने दिखाया अपना हुनर

उरई (जालौन) बीएमटी इंटर कॉलेज में ‘अरविंद फाउंडेशन’ की ओर से आयोजित ‘प्रतिभा उत्सव’ कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने कमाल की प्रतिभा दिखाई। नृत्य, मेहंदी और गायन में उनके प्रयास बहुत प्रभावशाली रहे। नृत्य शैली ने ख़ूब तालियां बटोरीं। चार वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता के सफल प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया गया। इनका उत्साह बढ़ाने को बीएमटी इंटर कालेज और अरविंद माधुरी तिवारी महाविद्यालय के सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत प्रसाद पटेल ने प्रतिभाओं को उत्साहित करते हुए कहा कि प्रतिभा को समझकर उसे उभारना चाहिए। टेलेंट सभी जगह है लेकिन वह उम्मीद के अनुसार सभी जगह बाहर नहीं आ पाता। उन्होंने कहा कि बीएमटी और एएनडी में इस दिशा में सराहनीय कार्य हो रहा है। विशिष्ट अतिथि हिंदुस्तान के जनरल मैनेजर विपुल सिंह ने बच्चों को ऊर्जा का स्त्रोत बताया। कहा जहां बच्चे वहीं ऊर्जा। हर किसी में किसी न किसी रूप में प्रतिभा होती है। आगे वही बढ़ जाता है जो अपनी प्रतिभा को पहचान लेता है।
अरविंद फाउंडेशन की संस्थापक सारिका त्रिपाठी ने कहा कि यह कार्यक्रम मेरे लिए बहुत भावनात्मक है। बच्चों ने उम्मीदों से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया। प्रबंधक नम्रता तिवारी दीक्षित ने बट्टू भैया का कृतित्व याद करते हुए कहा कि वे शिक्षा के बहुत हिमायती थे। शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा के अरविंद तिवारी को बेहद विनम्र और संवेदनशील व्यक्ति बताया। एएनडी प्रबंधक सुदामा दीक्षित ने प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाकर आभार जताया।
समारोह के आरम्भ में बीएमटी कॉलेज की छात्रओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया। बच्चों की ओर से दी गईं प्रस्तुतियां बहुत सराहनीय रहीं। कुछ ने कम उम्र के बावजूद अपने प्रस्तुतीकरण का लोहा मनवाया। बाल चित्रकारों ने हूबहू छवि बनाई तो मेहंदी में गजब की कलाकारी दिखी। निर्णायक मंडल में सारिका त्रिपाठी, डॉ. राकेश द्विवेदी, डॉ. कुमारेन्द्र सेंगर शामिल रहे। इस दौरान किड्स कैटेगरी में अधिष्ठा, रक्षा तिवारी, कृष्णा शर्मा, सेकेंड कैटेगरी में शुभ गोस्वामी, हिमांशु पाल, तेजस्वनी सेठ, थर्ड कैटेगरी में प्रज्ञा माहेश्वरी, छवि सिरोठिया, मयंक भारती तथा फोर्थ कैटेगरी में सिमरन मिश्रा को पहला, आकांक्षा सिंह को दूसरा और आकांक्षा नगाइच को तीसरे स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर दीपक अग्निहोत्री, डॉ हरिमोहन पुरवार, डॉ अमिता सिंह, डॉ स्वयं प्रभा दुबे, स्मृति चौधरी, डॉ० रचना श्रीवास्तव, श्याम बाबू त्रिपाठी, राजेन्द्र कांत त्रिपाठी, देवेश शंकर शुक्ला, कल्पना शुक्ला, उपेन्द्र द्विवेदी,शोभित मिश्रा, सुयश मिश्रा, अमर सिंह यादव, डॉ. शैलेन्द्र पाठक, योगेश पांडेय, अनिरुद्ध द्विवेदी, मनोज शर्मा आदि रहे। डॉ. मृदुल दांतरे का संचालन बहुत प्रभावपूर्ण रहा।