भाकपा (माले) ने ग्राम परासन में की जनसभा

उरई (जालौन)। अडानी ग्रुप द्वारा परासन में किसानों की जमीनों को छीनकर बनाये जा रहे सौर्य ऊर्जा प्लांट को किसी भी कीमत पर बनने नहीं दिया जाएगा इसके खिलाफ 4 दिसम्बर को सैकड़ों किसान जिलाधिकारी कार्यालय पर डेरा डालो आंदोलन करेंगे। यह घोषणा आज परासन गांव में सम्पन्न हुई किसानों मजदूरों की सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) के बुन्देलखण्ड प्रभारी का. रमेश सिंह सेंगर ने की।
उन्होंने कहा कि परासन गांव में भारी संघर्षों के बाद वहां के भूमिहीन किसानों को सन् 2011 में 213 पट्टे किए गये थे. उन्होंने कहा कि इसके बाद सीलिंग और ग्राम समाज की लगभग 1200 एकड़ जमीन को गरीब भूमिहीन किसानों में बांटने के लिए जनवरी 2012 में परासन गांव की जनता ने भाकपा (माले) के बैनर तले उर ई के गांधी चबूतरे पर 72 घंटे की भूख हड़ताल की थी जिसका समापन जिला प्रशासन द्वारा जमीन की खतौनी में फीडिंग करने के बाद पट्टे करने की घोषणा के बाद किया गया था लेकिन जिला प्रशासन ने परासन के किसानों के साथ विश्वासघात करके सौर्य ऊर्जा प्लांट के लिए अडानी ग्रुप को सौंप दिया जिसमें भारी कानूनी फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी की गई है। का. सेंगर ने कहा कि जिस तरह मोदी सरकार ने अपने चहेते पूंजीपतियों को किसानों की जमीनों को सौंप देने के लिए तीन कानून बनाए थे जिन्हें देश के किसानों ने 14 माह के संघर्षों और भारी कुर्बानियों के बाद सरकार को कानून वापस लेने के लिए बाध्य कर दिया. माले नेता ने कहा कि मोदी सरकार न सिर्फ देश की प्राकृतिक सम्पदा और सार्वजनिक क्षेत्र को कारपोरेट को बेंच रही है बल्कि देश की श्रमशक्ति को गुलामी की दलदल में फंसा रही है जिसके खिलाफ चौतरफा आन्दोलन चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अघोषित आपातकाल जैसे हालात बना्ये जा रहे हैं। माले नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगीराज पुलिस राज में तब्दील हो गया है, आम जनता सुरक्षित नहीं है उन्होंने आगामी चुनाव में योगी सरकार को सत्ता से बाहर करने की अपील की। सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव का. राजीव कुशवाहा ने कहा कि अपनी नाकामी से बचने के लिए भाजपा और संघ परिवार अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा फैलाने और प्रदेश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा कर रहा है जिससे प्रदेश को बचाने के लिए जन मुद्दों पर आन्दोलन तेज करना होगा सभा की अध्यक्षता गोपी चरन ने की और जुल्म के खिलाफ संघर्ष का आवाहन किया। सभा का संचालन ऐक्टू के प्रान्तीय नेता का. रामसिंह चौधरी ने किया। सभा में प्रमुख रूप से का. रामकुमार अनुरागी,का. सन्तोष निषाद, का. रामरतन कठैरिया, का. भोला अहिरवार ने भी अपने विचार रखे। सभा में प्रमुख तौर पर हरिराम वकील, रामदास, माखन, डालचन्द्र, सन्तराम, सैय्यददीन और देवीशंकर कहटा, महेश परिहार,चेतराम, राजेन्द्र यादव आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।