अल हिंद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 1857 के शहीदों के लिये न्याय की याचिका पुस्तक का किया विमोचन

उरई/जालौन। आज दिनांक 10 सितंबर 2021 को सर्वोदय इंटर कॉलेज के सभागार में प्रेस वार्ता एवं 1857 के शहीदों के लिए न्याय की याचिका का विमोचन अल हिंद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय गुर्जर डॉ ओंकार नाथ कटियार गौरव सेनानी दिल्ली द्वारा किया गया। जिसमें डॉक्टर कटियार द्वारा भारत सरकार की आजादी की लड़ाई 1857 से 1947 तक बताया गया। न्याय की याचिका पुस्तक के सह संपादक श्री पति सहाय नागर राष्ट्रीय अध्यक्ष विमुक्ति जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति एवं सुश्री बेबी फरहाना प्रदेश अध्यक्ष अल हिन्द पार्टी उत्तर प्रदेश (अट्ठारह सौ सत्तावन की महान वीरांगना बेगम हजरत महल) वंशज के अलावा युवा विकास संगठन प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय गंगा सिंह बौद्ध मौजूद रहे। अल हिंद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा 1857 को लेकर 1990 में सुप्रीम कोर्ट में केस करके जीता तथा 1857 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पेंशन और मान सम्मान का आदेश 13 अप्रैल 2010 में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा स्वीकार किया गया। इसके अतिरिक्त सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में केस करके स्वतंत्रता सेनानी सूची बनाने का आदेश करवाया तथा 1 लाख 70 हजार से अधिक बनावट और फर्जी स्वतंत्रता सेनानी पेंशन की जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 18 मई 2017 और होम मिनिस्टर को पत्र लिखें तब सुप्रीम कोर्ट में कंटेम्पट ऑफ कोर्ट का केस भी किया आदि सारा विवरण पुस्तक आदि का बताया गया कि डॉक्टर लोहिया जी की मौत के बाद किया। वहीं सरदार पटेल जी द्वारा आजादी के बाद सबसे पहले ठक्कर बप्पा आयोग 1947-49 एवं अयंगर कमेटी 1949-50 के बारे में बताया अंग्रेजों द्वारा किस तरह 1857 से 1947 तक किसान जनजातियों पर जुर्म और अत्याचार किए अंग्रेजों द्वारा भारत में 1857 जीतने के बाद 4 करोड़ से अधिक भारतीयों का कत्ल एवं नरसंहार किया गया। जिसका न्यूयॉर्क टाइम वाशिंगटन पोस्ट अमेरिकन टाइम्स लेनिन मार्क्स के लेखों और गजेटियर आदि में दी जानकारी माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी द्वारा दी गई।