सपा की विजय यात्रा के दौरान कालपी में हुई जनसभा में उमड़ा जनसैलाब
कालपी (जालौन) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव की विजय यात्रा कार्यक्रम कालपी नगर होने की सूचना जैसे ही जिला अध्यक्ष नवाब सिंह यादव को मिली तो उन्होंने आनन फानन में जिला कार्यकारिणी, विधानसभा, ब्लाक, नगर अध्यक्षो और बरिष्ठ नेताओं की आवश्यक बैठक कर कार्यक्रम की रूप रेखा बनाई और पूरी टीम के साथ जनसभा स्थल की तलाश शुरू कर दी और कालपी नगर में स्थित ठक्कर बापा इंटर कालेज को सुनिश्चित कर प्रशासन को सूचना दी और पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी और स्वयं कालपी जनसभा स्थल पर बैठकर व्यवस्थाएं लगाई। जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी पूरी निष्ठा और लगन के साथ काम किया।
पूरे नगर और आस पास के सैकड़ों गांवों में राष्ट्रीय अध्यक्ष की विजय यात्रा कार्यक्रम का प्रचार प्रसार किया। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं और विधानसभा चुनाव के आवेदकों को जनपद के तीनों विधानसभा से भीड़ जुटाने का जिम्मा दिया। जबकि इससे पहले 10 अक्टूबर को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की किसान नौजवान पटेल यात्रा कार्यक्रम को सफल बनाने में भी पार्टी कार्यकर्ताओं और विधानसभा चुनाव के आवेदकों को एक महीने से लगा दिया गया था फिर भी 13 अक्टूबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष की विजय यात्रा कार्यक्रम को लेकर सभी पार्टी पदाधिकारियों और विधानसभा चुनाव आवेदकों में उत्साह दिखा और 11, 12 अक्टूबर से ही कार्यकर्ताओं और विधानसभा चुनाव आवेदकों ने अपने अपने कटाऊट, होडिंग, बैनर और सपा के झंडों से जिले की सीमा उदनपुर गांव से लेकर कालपी नगर तक लगभग तीस किलोमीटर दूर तक पाट दिया।
13 अक्टूबर विजय यात्रा दिवस पर सुबह ही जिला अध्यक्ष नवाब सिंह यादव, पूर्व मंत्री श्रीराम पाल, पूर्व विधायक दयाशंकर वर्मा, पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्यक्ष सहित जिले की सीमा उदनपुर में विजय यात्रा रथ पर सवार राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और साथ में महानदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य का स्वागत करने पहुंचे। लम्बे इंतजार के जैसे ही रथ जनपद सीमा में प्रवेश किया कि स्वागत करने वालों की उमड़ती भीड़ में राष्ट्रीय अध्यक्ष की नजर जिला अध्यक्ष नवाब सिंह यादव और उनकी टीम पर पड़ी तो विजय रथ में सभी को बैठा लिया जिसमें पूर्व मंत्री श्रीराम, पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्यक्ष, पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी, पूर्व विधायक दयाशंकर वर्मा आदि शामिल रहे।
उदनपुर से कालपी तक 30 किलोमीटर की दूरी तक जगह जगह कार्यकर्ताओं के द्वारा सुसज्जित पंडाल लगाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष की विजय यात्रा का स्वागत किया और विभिन्न प्रकार के स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इतने लम्बे मार्ग पर दोनों तरफ लगे झंडा, बैनर, कटाऊट के साथ उमड़े जन सैलाब को देखकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अत्याधिक खुश दिखे और रथ खिड़की से झांककर और अपना हांथ हिलाकर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते रहे। जैसे ही विजय यात्रा रथ जनसभा स्थल ठक्कर बापा इंटर कालेज में प्रवेश किया तो उपस्थित हजारों की संख्या में जनसैलाब ने अखिलेश यादव जिंदाबाद, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, केशव देव जिंदाबाद और महान दल ने ठाना है सपा की सरकार बनाना है गगन भेदी नारों की गूंज से पूरा कालपी नगर भर गया।
वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महानदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य और पूर्व सांसद राजाराम के साथ विजय यात्रा रथ के ऊपर खड़े होकर विशाल जनसभा को संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के भाषणों को उपस्थित जनसैलाब ने बड़ी तल्लीनता से सुना और जोर दार तालिया बजाकर, नारेबाजी करके 2022 में पुनः मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उपस्थित जनसैलाब का अभिवादन किया और सफल कार्यक्रम के लिए सपा और महानदल सहित उपस्थित जनसैलाब को बधाई दी। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय यात्रा रथ पर बैठकर जनसभा स्थल से चले गये।
फिलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की विजय यात्रा के दौरान जनसभा स्थल और पूरा शहर तथा तीस किलोमीटर का रास्ता इस तरह से सजा हुआ था जैसे राजा शुद्धोधन ने सिद्धार्थ के प्रथम भ्रमण के दौरान सजवाया था। हालांकि इस कार्यक्रम में सहयोगी दल महानदल के साथियों का भी सहयोग भी खूब मिला। महानदल ने भी बीच बीच अपने ध्वजा लगाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। जिसके लिए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नवाब सिंह यादव ने महानदल को बधाई दी और हमेशा कंधे से कन्धा मिलाकर चलने का आश्वासन दिया।
इस दौरान पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेन्द्र मौखरी, वीरपाल सिंह दादी, जिला पंचायत सदस्य रामेंद्र त्रिपाठी दीपराज गुर्जर शिक्षक नेता अशोक राठौर कैप्टन रमाशंकर श्रीवास कुसुमलता सक्सेना मांडवी निरंजन कुंवर राघवेंद्र सिंह जयदेव यादव फौजी, पुष्पेंद्र यादव शबीउद्दीन, मिर्जा साबिर बैग, देवेंद्र यादव, मानसिंह यादव जयवीर यादव, संतोष वर्मा इमरान मंसूरी, दीपू त्रिपाठी अंकित वर्मा, आरएल विश्वकर्मा, नावेंद्र उपाध्याय, आकाश कोरी, सौरभ यादव, अनिरुद्ध द्विवेदी, धीरेंद्र यादव उर्फ शनि आदि सैकड़ों कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।