बावन/हरदोई। कस्वा बावन नगरी में 1901 में जन्मे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं आयुर्वेद के प्रकाण्ड विद्वान स्वामी श्री शिवानंद सरस्वती जी की 29वीं पुण्यतिथि मनाई गई। जिसके अंतर्गत स्वामी जी के चरण पादुका का पूजन, रुद्राभिषेक, कन्या पूजन आराधना कार्यक्रम विधिवत सम्पन्न हुआ। तत्पश्चात कन्याओं को भोजन कराया गया।
जैसा कि सर्वविदित है कि स्वामी जी के नेतृत्व में बावन में ऐसे विशाल यज्ञों का आयोजन किया गया था जिसमें धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज के साथ चारों मठों के शंकराचार्य पधारे थे। आज के कार्यक्रम में स्वामी जी के ज्येष्ठ पुत्र वैद्य वाचस्पति मिश्र ने आचार्य राधेश मिश्र के द्वारा सभी पूजन विधिवत पूर्ण किये एवं भगवान आदिनाथ से कोरोना वायरस को लेकर कार्यक्रम में महामृत्युन्जय जाप व हवन यज्ञ के माध्यम से वायरस के पूरी तरह से समाप्त होने की कामना की गई। वैद्य वाचस्पति मिश्रा ने कहाँ कि महामारी से बचने के लिए प्राचीन काल से मंदिरों व सार्वजनिक स्थानों पर हवन किया जाता रहा है। विज्ञान भी मानता है कि हवन से उठने वाले धुएं से हजारों बीमारियों का नाश हो जाता है। उन्होंने कहा हवन की अग्नि से वातावरण शुद्ध होता है। मनुष्य को प्रभावित करने वाली शक्तियां यज्ञ की अग्नि व धुएं से ही समाप्त हो जाती हैं। उन्होंने अग्नि से देशवासियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य लाभ की कामना की। वहीं विद्यानिधि मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार गंभीरता से कोरोना वायरस को लेकर उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि लोग भ्रम व अफवाहों से सचेत रहें। उन्हें अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।