सीडीओ व अन्य अधिकारियों नेे किया दौैरा, हटेगा जिपं की जमीन सेे अतिक्रमण बनेगी बाउंड्री वॉल, मार्केट निर्माण की संभावनाएं भी तलाशेगी जिपं कोंच/जालौन। कोंच मेें एक अदद बस अड्डेे के अस्तित्व पर संकट गहरानेे लगा हैै, जिला पंचायत इसे यहां से कभी भी हटाने का फरमान जारी कर सकता हैै। मंगलवार को सीडीओ सहित अन्य अधिकारियों नेे जिपं की उस जमीन जहां मौैजूदा मेें बस स्टैंड स्थापित हैै, का निरीक्षण कर शीघ्र ही यहां पसरेे अतिक्रमण को हटानेे के संकेत दिए हैैं। जिपं का कहना हैै कि नगर पालिका सेे उसका हुआ समझौैता पहलेे ही समाप्त हो गया था औैर इस बस अड्डेे सेे पिछलेे कई सालों सेे उन्हेें धेेला भी नहीं मिला हैै। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि की अगर मानेें तो इस जमीन पर मार्केट विकसित करनेे की संभावनाएं भी तलाशी जा रहीं हैं। रेलवेे स्टेेशन के सामनेे स्थित जिपं के भूखंड पर पिछले कई दशक से बस अड्डा संचालित है। नगर पालिका और जिला पंचायत के बीच एक समझौतेे के मुताबिक तत्कालीन पालिकाध्यक्षाओं शकुंतला तरसौलिया औैर विनीता सीरौैठिया नेे यात्रियों की सुविधा के लिए इसमें निर्माण कार्य भी कराए थेे और समझौतेे के मुताबिक बसों सेे होनेे बाली आय नगर पालिका और जिला पंचायत मेें बंटेगी। हालांकि लगभग चार बर्ष पूर्व यह समझौता खत्म हो चुका हैै और जिपं को इन बर्षों में एक पाई भी नहीं मिली है। मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत श्रीवास्तव, अपर मुख्य अधिकारी जिपं विजयप्रकाश वर्मा, जिला पंचायत प्रतिनिधि देवेन्द्रसिंह निरंजन आदि ने एसडीएम अशोक कुमार, ईओ बुद्घिप्रकाश आदि की मौजूदगी मेें उक्त भूखंड का निरीक्षण किया औैर वहां पसरेे अतिक्रमण को हटाने की रूपरेखा पर चर्चा करनेे के बाद संकेत दिए कि दो चार दिन में अतिक्रमण हटानेे का काम शुरू किया जा सकता हैै। इसके अलावा चारों तरफ बाउंड्री वॉल निर्माण करानेे की भी बात कही। जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेेन्द्र नेे बताया कि इस जमीन पर मार्केट निर्माण की संभावनाएं भी तलाशी जा रहीं हैं। जिला पंचायत के आज के रुख को देेख कर लगा कि बस अड्डे पर यहां सेे हटनेे के बादल मंडराने लगेे हैं। ऐेसी स्थिति में कोंच के नागरिकों की मुसीबतेें भी बढ सकती हैं।