उरई/जालौन। संघ के एक जिम्मेदार पदाधिकारी ने जनपद की राजनीति में भू-चाल ला दिया। देर शाम सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट चर्चा का विषय बनी रही। हालांकि भाजपा के कुछ कद्दावर नेताओं व संघ के लोगों द्वारा अनुनय विनय के बाद पोस्ट डालने वाले पदाधिकारी ने उस पोस्ट को डिलीट कर दिया लेकिन तब तक धनुष से बाण निकल चुका था। संघ के पदाधिकारी का गुस्सा यहीं नहीं थमा। उनकी चपेट में प्रदेश के एक जिम्मेदार पदाधिकारी भी आए और उनके लिए भी यह डाला कि एक बार भगवान से तो बात हो सकती है लेकिन आप से नहीं। फिलहाल भाजपा के जिम्मेदार लोगों पर संघ के पदाधिकारी द्वारा लगाए गए तीखे आरोपों से जिले में भाजपा में हलचल मच गई है। बताते चलें कि देर शाम सोमवार की देर शम संघ के एक जिम्मेदार पदाधिकारी ने शब्दों का एेसा तीर चलाया कि उन शब्दों में जिले के विधायकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई। हालांकि एक विधायक संघ के जिम्मेदार पदाधिकारी के प्रकोप से बच गए लेकिन शेष दोनों विधायकों पर इस तरह के अरोप लगााए जो कि आज तक जनपद में किसी भी पार्टी में किसी ने भी विधायक या पदाधिकारी पर नहीं लगाए होंगे। संघ के पदाधिकारी ने पोस्ट में लिखा कि जब मैंने विधायक से बात करनी चाही तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। साथ ही साथ यह भी कहा कि भाजपा के जिलाध्यक्ष जो भी कहेंगे वह वही करेंगे जिस पर संघ पदाधिकारी का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और उन्होंने पोस्ट पर ही विधायकों पर जमकर हल्ला बोला और कहा कि कार्यकर्ताओं का मान सम्मान बिल्कुल नहीं बचा है केवल दलाली प्रथा जमकर हावी है। हालांकि पोस्ट में विधायकों के लिए बहुत सारी बातें लिखी गई हैं। अब देखना यह है कि उक्त पोस्ट क्या रंग लाती है।