– गरीबों को छत तक नही दिला सकी प्रधानमंत्री आवास योजना
हरदोई/रितेश मिश्रा। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से गरीबों को सीधे लाभान्वित कराने के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ किया लेकिन भ्रष्टाचार की दीमक ने इसे भी अपना निवाला बना ही डाला।
ग्राम प्रधान व स्थानीय प्रशासन द्वारा इस योजना को गरीबों की झोपडी तक पहुचनै ही नही नही दिया। पात्रता व अपात्रता का खेल खेलकर जहां मुंह मांगा कमीशन मिला वहाँ यह आवास बन गया जहाँ गरीब लाभार्थी पैसा नही दे सका वह अपात्र घोषित कर दिया गया। आवास के खेल मे यदि सूत्रो की बात माने तो 40 हजार से लेकर 60 हजार रुपयो आवासों की बिक्री कर जिम्मदारों ने अपनी जेबें गरम की है। ऐसा ही वाकया जिले के विकास खण्ड माधौगंज मे प्रकाश मे आया है।
इस क्षेत्र के ग्राम पंचायत शुक्लापुर भगत के मजरा हुमायूंपुर निवासी राम कृपाल कुशवाहा गरीब असहाय भूमि हीन हैं जिनके परिवार मे7 लोग है। केवल मजदूरी करके अपने परिवार का काम चला रहा है। अपनी गरीबी लाचारी के चलते इसको आजतक आवास योजना का लाभ नही मिल सका है। योजना की पात्रता के सारे मानक पूरे करने के बाद भी पैसा न होना इस गरीब के लिये अभिशाप बना हुआ हैँ।
इधर कोरोना जैसी घातक महामारी ने तो इसकी कमर ही तोड दी।आज मजदूरी न मिलने से रोटी के लाले भी हो रहे है। मुख्यमंत्री योगी जी के आदेश भी इसको मनरेगा मे मजदूरी नही दिला पा रहे है।ऐसे मे यह गरीब परिवार के पास रहने को घर तो पहले सी न था आज भोजन के भी लाले पड गये है।