जालौन। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के निर्माण में कार्यदायी संस्थाओं द्वारा ग्राम खनुवा में किसानों के खेतों से मानक को ताक पर रखकर गहराई तक मिट्टी की उठाई कराए जाने की शिकायतों के बाद तहसीलदार ने खनुआं में गांव में जाकर स्थलीय निरीक्षण किया।
इस समय प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना बुंदेलखंड एक्सेप्रेस वे के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। इस सड़क का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपिडा) द्वारा कराया जा रहा है। संस्था द्वारा मिट्टी का काम छोटे छोटे ठेकेदारों से कराया जा जा रहा है। इन ठेकेदारों द्वारा सडक़ का बेस तैयार करने के लिए मानकों की अनदेखी करके खेतों से मिट्टी की खुदाई कराई जा रही है।
हालांकि मिट्टी उठाने के लिए परमीशन ली गई है लेकिन खेतों से मिट्टी मानक के अनुसार नहीं उठाई जा रही है। सड़क निर्माण के लिए खेत से अधिकतम तीन मीटर यानि साढ़े दस फीट ही मिट्टी उठाई जा सकती है लेकिन कार्यदायी संस्था द्वारा खनुआं गांव में उक्त नियम को ताक पर रख बीस से पच्चीस फीट तक गहराई कर खेतों से मिट्टी उठाई जा रही है।
ग्रामीण मोहन, रामप्रकाश, किशोर आदि ने बताया कि गांव की आबादी के पास ही खेतों से बीस से पच्चीस फीट मिट्टी उठाने से लोगों को खतरा बढ़ गया है। इसी प्रकार लहरउआ गांव के पास सड़क के बेस में काली मिट्टी डाली जा रही है जबकि सड़क के निर्माण में काली मिट्टी के स्थान पर पीली मिट्टी डाली जाने का मानक है लेकिन ठेकेदार द्वारा चतुराई करते हुए पहले काली मिट्टी डाली जाती है। इसके बाद ऊपर से पीली मिटटी डालकर कमी को छिपा दिया जाता है।
ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी जिसका संज्ञान लेते हुए तहसीलदार बलराम गुप्ता शुक्रवार को मिट्टी उठाए जाने वाले स्थान पर पहुंचे जहां उन्होंने मिट्टी उठाने की नापजोख कराई। उक्त संदर्भ में तहसीलदार ने बताया कि मिट्टी उठाने की नापजोख कराई जा रही है। शुक्रवार को काम होता हुआ नहीं मिला है। एक दो दिन में रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।