मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने “नो स्मोकिंग डे” के अवसर पर धूम्रपान निषेध की दिलाई शपथ

उरई (कुलदीप मिश्रा)। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत “नो स्मोकिंग डे” 12 मार्च 2025 के उपलक्ष्य में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, जिला चिकित्सालय उरई, समस्त सामु0/प्रा0 स्वा0 केन्द्र एवं समस्त हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों पर धूम्रपान निषेध की शपथ दिलाई गई एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 एन0डी0 शर्मा द्वारा कार्यालय के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को तम्बाकू/धूम्रपान निषेध की शपथ दिलाई गई एवं कार्यालय में हस्ताक्षर अभियान सम्पन्न कराया गया।
साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 एन0डी0 शर्मा द्वारा बताया गया कि धूम्रपान एक ऐसी आदत है जो हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुचाती है साथ ही परिवार के सदस्यों को भी इससे परेशानी होती है। इसकी वजह से कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। आज के दिन धूम्रपान की आदत से छुटकारा दिलाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं जोखिम के बारे में अपने आस-पास रहने वालों को जागरूकता प्रदान करें। नोडल अधिकारी डाॅ0 अरविन्द भूषण ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं मैं बढ़ते नशे की लत को रोकना है एवं एक नशा मुक्ति समाज बनाना है क्योंकि अधिकतर युवा कम उम्र से ही सिगरेट या अन्य नसे की ओर आकर्षित होते हैं। कोटपा अधिनियम 2003 की धारा 6 अ के के अंतर्गत 18 वर्ष से कम आयु के अव्यस्क व्यक्ति के द्वारा तंबाकू बेचना प्रतिबंधित है। जिला सलाहकार श्रीमती तृप्ति यादव द्वारा बताया गया कि धूम्रपान से हृदय व फेफडों पर भी बुरा प्रभाव पडता है। जिस भी व्यक्ति को धूम्रपान छोडना हो वह जिला चिकित्सालय उरई के कमरा नंबर-14 में तम्बाकू उन्मूलन केन्द्र में श्री महेश कुमार काउंसलर से परामर्श ले सकता है। कार्यालय में तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगों का जुर्माना किया गया। तम्बाकू शपथ कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आर०सी०एच०) डाॅ0 आनन्द प्रकाश वर्मा, उत्तम प्रकाश, आयुष्मान भारत योजना कार्यक्रम प्रभारी डाॅ० आशीष कुमार झा, आर०पी० विश्वकर्मा, अंकिता त्रिपाठी, अरविन्द सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, देवेश उपाध्याय एवं कार्यालय के अन्य कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।