मुख्य चिकित्साधिकारी ने जिला पुरुष चिकित्सालय का किया निरीक्षण, अनुपस्थित मिले कई डॉक्टर्स, माँगा स्पष्टीकरण
उरई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० एन० डी० शर्मा ने 11 नवम्बर दिन सोमवार को सुबह 08:00 बजे जिला पुरुष चिकित्सालय उरई का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने इमरजेन्सी वार्ड का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के समय डॉ० अमरीश व फार्मासिस्ट उपस्थित रहे। लेकिन चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अनुपस्थित मिले। उन्होंने ओपीडी० ब्लाक के निरीक्षण के समय डॉ० वी० पी० सिंह, डॉ० के० पी० सिंह, डॉ० एस० पी० सिंह, डॉ० संजीव अग्रवाल एवं डॉ० शक्ति मिश्रा मौजूद रहे। डॉ० दीपक आर्या, डॉ० मदुसुदन के बारे में बताया गया कि वह वार्ड में राउण्ड कर रहे हैं। लेकिन निरीक्षण के दौरान डॉ० शिवेश वर्मा अनुपस्थित पाये गये। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि वह डॉ० शिवेश वर्मा का स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रेषित करें तथा अनुपस्थित दिवस का वेतन बाधित करना सुनिश्चित करें।
साथ ही निरीक्षण के दौरान एनसीडी० कक्ष में एनसीडी० काउंसलर व मनकक्ष में क्लीनिकल साइक्लोजिस्ट अनुपस्थित मिले उनका भी स्पष्टीकरण प्राप्त कर उपलब्ध कराये जाने तथा एक दिन का मानदेय अवरूद्ध किये जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया गया। इसके अलावा उन्होंने पैथालॉजी कक्ष का निरीक्षण किया जहाँ वह खुला था जिसमे ब्लड के दो नमूने लिये गये थे। निरीक्षण के दौरान आयुष्मान कक्ष से आयुष्मान मित्र वीर सिंह अनुपस्थित पाये गये इनका स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रेषित करने तथा अनुपस्थित दिवस का मानदेय अवरूद्ध किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होंने एक्स-रे/अल्ट्रासाउड कक्ष निरीक्षण के समय कक्ष खुला हुआ था, रेडियोलॉजिस्ट के बारे में बताया गया कि यह आकस्मिक अवकाश पर हैं। एक्स-रे टैक्नीशियन श्री रामेन्द्र उपस्थित थे। उन्होंने एनआरसी० वार्ड के निरीक्षण के समय कोई बच्चा भर्ती नहीं पाया गया उपस्थित स्टाफ नर्स के द्वारा अवगत कराया गया कि वार्ड में 6 बच्चे भर्ती हैं, उनके परिजन कपड़े चेन्ज कराने ले गयें हैं। उन्होंने एआरटी० कक्ष के निरीक्षण के समय डॉ० राहुल अनुपस्थित थे, इनका स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रेषित करने तथा अनुपस्थित दिवस का मानदेय रोके जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया गया। इसके उपरान्त सभी वार्डों का निरीक्षण किया गया सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल-चाल लिया गया समुचित उपचार मिल रहा है या नहीं के बारे में पूछा गया।
आर्थो वार्ड में कुछ मरीजों द्वारा बाहर से सामग्री मगायें जाने के बारे में अवगत कराया गया, उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधीक्षक व चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि वह मरीजों को सभी प्रकार की सुविधायें चिकित्सालय से ही उपलब्ध करायें। पुनः मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं मैट्रन को निर्देशित किया गया कि वह चिकित्सालय में साफ-सफाई व्यवस्था प्रत्येक दिवस प्रातः 07:30 बजे तक पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के समय मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० जे०जे० राम व मैट्रन मिथलेश वर्मा उपस्थित रहे।