आवारा भैंसा बना काँशीरामपुर के ग्रामीणों के लिए मुसीबत
कालपी। काँशीरामपुर गांव में आवारा भैसा ग्रामीणो के लिए मुसीबत बन गया है। रविवार सुबह उसने खेतो में हार्वेस्टर संचालक पर हमला कर घायल कर दिया है और इससे पहले भी इसके हमले में मसगाया के एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है तथा दर्जन से अधिक घायल हो चुके हैं।
सूत्रो की माने कदौरा ब्लाक स्थित काँशीरामपुर गांव निवासी अशोक ओमरे ने देवस्थान पर भैँस का बच्चा आवारा छोड़ा था जो अब बड़ा हो चुका है और इसी के साथ वह ग्रामीणो एवं आस-पास के बाशिन्दों के लिए परेशानी का कारण बन गया है आलम यह है कि वह लोगों को देखते ही मारने को दौडता है जिससे ज्यादातर लोगो ने उसके भय से खेतो की तरफ जाना छोड दिया है। ग्रामीण नीतू, चन्द्रिका, मनीष, राजेश पटेल, रघुनन्दन मिश्रा के मुताबिक यह आवारा भैंसा दिनोदिन खतरनाक होता जा रहा है जिसकी शिकायत वह पशुधन विभाग के साथ उपजिलाधिकारी से भी कर चुके हैं लेकिन जनता की इस परेशानी को तवज्जो नही दी गई आलम यह है कि लोग अपने खेतो की कटाई भी आराम से नही कर पा रहे हैं उन्हें भय बना रहता है कि वह आवारा भैसा कभी भी हमला कर सकता है।
भाजपा नेता आजाद सिंह यादव के अनुसार रविवार सुबह गुलौली गाँव निवासी अब्बुल लैस अपने हार्वेस्टर से उनके मौजा में गेहू की फसल कटवा रहे थे इसी दौरान उक्त भैसा ने उनके ऊपर हमला बोल दिया था लेकिन मौके पर मौजूद ग्रामीणो ने कडी मशक्कत के बाद उन्हें बचाया था हालाकि इस हमले में वह गम्भीर रूप से घायल हो गए है जिन्हे अस्पताल ले जाया गया है। ग्रामीणो की माने तो इससे पहले उक्त भैँसा के हमले में गाँव के सागर यादव, काजल यादव सहित कई लोग घायल हो चुके हैं जबकि इसी के हमले में कुछ माह पहले पडोसी गांव मसगाँया में एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। ग्रामीणो ने शासन प्रशासन से खतनाक साबित हो रहे इस आवारा भैसा से निजात दिलाए जाने की मांग की है।
इस सम्बन्ध में पशुचिकित्सक अखिलेश सचान से बात की गई तो उन्होने कहा है कि भैँसा के खतरनाक होने की जानकारी मिली है जिसकी सूचना विभाग के आला अफसरो को दी गई है फिलहाल विभाग के पास उसको पकडने की कोई व्यवस्था नही है फिर भी उन्होने ग्रामीणो को सावधान रहने की नसीहत दी है और कहा है कि शीघ्र ही ग्रामीणो को इस मुसीबत से मुक्त कराने का प्रयास किया जाएगा।