लगातार कार्यवाहियों के बाद भी निरीक्षण में बन्द मिल रहे आंगनबाड़ी केंद्र
जिला कार्यक्रम अधिकारी के निरीक्षण में फिर बन्द मिले केंद्रों की कर्मियों का रोका मानदेय

उरई/जालौन। जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेखार अहमद द्वारा विकास खण्ड डकोर के चार केंद्र, महेवा के तीन एवं कदौरा के तीन आंगनवाड़ी केंद्रों सहित 10 केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया है। पांच आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं 01 सहायिका का मानदेय रोककर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिसमें पांच ग्राम चकजगदेवपुर एवं औंता विकास खण्ड डकोर, ग्राम मुसमरिया विकास खण्ड महेवा तथा ग्राम भदरेखी विकास खण्ड कदौरा में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ग्राम औंता (विकास खण्ड- डकोर) के प्राथमिक विद्यालय परिसर में संचालित 03 में से 02 आंगनबाड़ी केन्द्र तथा ग्राम मुसमरिया (विकास खण्ड-महेवा) के जूनियर व प्राथमिक विद्यालय में संचालित 03 आंगनबाड़ी केन्द्र मौके पर बन्द मिले तथा ग्राम भदरेखी के विभागीय भवन में संचालित प्रथम आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती पुष्पा देवी मौके पर अनुपस्थित मिली।
ग्राम चकजगदेवपुर विकास खण्ड डकोर के प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चे उपस्थित नहीं मिले तथा सहायिका बिना विभागीय ड्रेस में पायी गयी, केन्द्र पर वजन मशीन क्रियाशील पायी गयी तथा प्री-स्कूल किट व ईसीसीई0 सामग्री मौके पर व्यवस्थित पायी गयी। ग्राम औंता विकास खण्ड डकोर के मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र पर मात्र 06 बच्चे मौके पर उपस्थित मिले तथा वजन मशीन क्रियाशील पायी गयी एवं प्री-स्कूल किट व ईसीसीई0 सामग्री मौके पर व्यवस्थित पायी गयी। ग्राम भदरेखी विकास खण्ड कदौरा के द्वितीय एवं तृतीय आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों की उपस्थिति नहीं थी तथा वजन मशीन क्रियाशील पायी गयी एवं प्री-स्कूल किट व ईसीसीई0 सामग्री मौके पर व्यवस्थित पायी गयी।
उपरोक्तानुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपस्थित कार्यकत्री तथा सहायिकाओं को निर्देशित किया गया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन विभागीय ड्रेस में उपस्थित होकर नियमानुसार कराया जाये तथा केन्द्र पर शत-प्रतिशत बच्चो की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाये। यदि भविष्य में निरीक्षण के दौरान केन्द्र पर बच्चों की उपस्थिति में सुधार नहीं होता है तो आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
इसके साथ ही निरीक्षण के दौरान बन्द पाये गये आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यकत्री श्रीमती मीरा देवी (औंता), श्रीमती जयदेवी (मुसमरिया), श्रीमती आशा देवी (मुसमरिया) श्रीमती सुनीता देवी (मुसमरिया) तथा सहायिका श्रीमती सुन्दरा (मुसमरिया) एवं अनुपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती पुष्पा देवी गौतम (भदरेखी) का मानदेय अग्रिम आदेशों तक रोका गया। साथ ही क्षेत्रीय मुख्य सेविका एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी डकोर, महेवा एवं कदौरा को अन्तिम चेतावनी देते हुये निर्देशित किया गया कि परियोजना के बन्द पाये गये आंगनबाड़ी केन्द्रों का लगातार निरीक्षण करें। यदि भविष्य में भ्रमण के दौरान उपरोक्त आंगनबाड़ी केन्द्र बन्द पाये जाते है तो सम्बन्धित आंगनबाड़ी कार्यकत्री/सहायिका की सेवा समाप्ति हेतु कार्यवाही की जायेगी।