इप्टा की ‘ढाई आख़र प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा’ का कोंच में हुआ जोरदार स्वागत
कोंच/जालौन। आजादी के 75वें वर्ष के अवसर पर अखिल भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) द्वारा प्रेम, दया, करुणा, बंधुत्व, समता और न्याय से परिपूर्ण हिंदुस्तान के स्वप्न को समर्पित ‘ढाई आख़र प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा’ शनिवार को कोंच पहुंची जहां इप्टा कोंच इकाई के रंगकर्मियों ने यात्रा दल का जोरदार स्वागत किया।
यात्रा दल ने नगर प्रवेश करते ही चंदकुआं चौराहे पर स्थित ऐतिहासिक स्मारक महारानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति पर माल्यार्पण किया एवं जनगीत प्रस्तुत किए। तत्पश्चात यात्रा दल का स्वागत आदित्य गैस सर्विस सभागार में किया गया जहां इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश ने कहा कि आजादी के 75 साल के मौके पर निकलने वाली ‘ढाई आखर प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा’ असल में स्वतंत्रता संग्राम के गर्भ से निकले स्वतंत्रता-समता-न्याय और बंधुत्व के उन मूल्यों के तलाश की कोशिश है, जो आजकल नफरत, वर्चस्व और दंभ के कोलाहल में डूब से गए हैं। उन्होंने कहा कि कला जनता के नाम प्रेमपत्र और सत्ता के नाम अभियोग पत्र है। यह प्रेम बंधुत्व, समता और न्याय की पैरोकारी करता है। प्रेम तो भाषा, धर्म, जाति की संकीर्णताओं से मुक्त होकर पंथनिरपेक्षता का आदर्श बन जाता है।
इप्टा के प्रांतीय उपाध्यक्ष ओपी नदीम ने कहा कि आजादी के 75 सालों में हम सब मिलकर आजादी की लड़ाई के जाने अंजाने योद्धाओं, लेखकों और कलाकारों को बार बार याद करें और उनकी बनाई राह पर चलें। आगरा इप्टा के महासचिव दिलीप रघुवंशी ने कहा कि यह यात्रा उन तमाम शहीदों, समाज सुधारकों एवं भक्ति आंदोलन और सूफीवाद के पुरोधाओं का सादर स्मरण है, जिन्होंने भाषा, जाति, लिंग और धार्मिक पहचान से इतर मानव मुक्ति एवं लोगों से प्रेम को अपना एकमात्र आदर्श घोषित किया। राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. स्वाति राज ने कहा कि आज महिला अधिकारों के साथ साथ प्रत्येक व्यक्ति के संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के प्रयास करने की आवश्यकता है। सांस्कृतिक यात्रा का प्रारंभ सरोजनी नायडू पार्क से हुआ, जहां लौह पुरुष सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया, तत्पश्चात यात्रा दल ने भारत माता मंदिर को नमन किया। तहसील चौराहे से होते हुए यात्रा, स्टेट बैंक तिराहे, लवली चौराहे, सर्राफा बाजार, रामगंज होते हुए रेलवे क्रॉसिंग पर समाप्त हुई। यात्रा दल में शामिल रंगकर्मियों ने नुक्कड़ नाटक एवं जनगीत प्रस्तुत किए। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा कॉमरेड टीडी वैद एवं श्रीमती सुशीला वैद के चित्र पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की एवं टीडी वैद जन्म शताब्दी वर्ष के प्रारंभ की घोषणा की। यात्रा कार्यक्रम का स्वागत प्रांतीय सचिव डॉ. मोहम्मद नईम तथा आभार संरक्षक अनिल कुमार वैद ने व्यक्त किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव राकेश जी ने समाजसेवी चतुर्भुज चंदेरिया को सम्मानित किया। उत्तर प्रदेश के केंद्रीय जत्थे में यात्रा प्रभारी शहजाद रिजवी के साथ राजेश श्रीवास्तव, दिलीप रघुवंशी, राज पप्पन, देवेंद्र शुक्ला, विपिन कुमार, मृगेंद्र सिंह, अमजद आलम, संजीव गुप्ता, दीपेंद्र सिंह, डॉ. सुभाष कुमार, प्रीति गुप्ता, सुमन श्रीवास्तव, संध्या श्रीवास्तव, असलम खान, संजय सिंह, कमल गोस्वामी, जय कुमार, इच्छा शंकर, सोनी, कविता, गरिमा, शिवि, पूजा, आरती, सविता, राकेश सिंह सहित पारसमणि अग्रवाल, साहना खान, आस्था वाजपेयी, कोमल अहिरवार, ट्रिंकल राठौर, अंकुल राठौर, युनुस मंसूरी, अमन खान, योगवेंद्र कुशवाहा, राज शर्मा, सैंकी यादव, पीयूष राठौर, हनी अग्रवाल, प्रवीण, संजय सिंघाल, आदर्श अहिरवार आदि उपस्थित रहे।