– सीसीटीवी कैमरों को शोपीस बनाकर खनन माफिया कर रहा मनमानी
– हादसों के बाद भी नहीं चेत रहा प्रशासन उरई/जालौन। सरकार की सख्ती को धता बताने के लिए मौरम व्यापारी नए नए रास्ते तलाश रहे हैं। खनिज निदेशक रोशन जैकब ने इसे रोकने के लिए फुलप्रूफ इंतजाम करने की बहुत कोशिश की लेकिन चोरी के आदी मौरम व्यापारी उनकी व्यवस्था में सेंध लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। जिले में भी मौरम के अवैध खनन का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है। डकोर विकास खंड के बंधौली खंड संख्या एक में पट्टेदार द्वारा राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के नियमों को धता बताकर मानक तीन मीटर से अधिक गहराई से मौरम निकाली जा रही है। यही नहीं इसके साथ साथ नदी की बीच धारा में पोकलैंड गरज रही हैं जबकि नियमानुसार पोकलैंड से नदी के तल से मौरम नहीं निकाली जा सकती। पोकलैंड मशीन का उपयोग सिर्फ ट्रकों की लोडिंग के लिए होता है जिसकी अनुमति प्रशासन ने दी है लेकिन पोकलैंड से खनन कर नदी की धारा का रूप भी परिवर्तित किया जा रहा है। इन सबकी प्रशासन देखते हुए भी अनदेखी कर रहा है। बताया जाता है कि बंधौली घाट के सरकारी खंड संख्या एक में मौरम के एक सैकड़ा ओवरलोड ट्रक लोड होकर सरकार को राजस्व को चूना भी लगा रहे हैं। योगी सरकार ने समस्त मौरम खंडों पर जो सीसीटीवी कैमरे ओवरलोड ट्रकों की निगरानी के लिए लगाए थे उनको उतने समय के लिए बंद कर दिया जाता है जब ओवरलोड ट्रक मौरम खंडों से निकाले जाते हैं। अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह की शिकायतों पर गौर किया जाएगा और नियमों के उल्लंघन पर पट्टेधारक के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।