उरई/जालौन। जनपद न्यायाधीश श्री अशोक कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। यह लोक कल्याणकारी और समाज के सबसे उपेक्षित वर्ग व समुदाय के हितों की रक्षा व संरक्षण करने में समर्थ है। हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि संविधान में दिये गये नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों का हर हाल में पालन करें, ताकि अधिकारों के लिये संघर्ष की स्थिति ही उत्पन्न न हो। यह बात आज जनपद न्यायाधीश श्री सिंह ने ‘संविधान दिवस‘ के उपलक्ष्य में जिला दीवानी न्यायालय उरई में आज आयोजित एक कार्यक्रम में कही। वह आज भारतीय संविधान के 70वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर संविधान के विभिन्न अनुच्छेद, प्रस्तावना, नागरिकों के मूल कर्तव्य एवं अधिकारों के विषय पर सभी न्यायिक अधिकारियों कर्मचारीगण, अधिवक्तागण और पीएलवी को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने संविधान की प्रस्तावना का सभी को पाठन कराया तथा संविधान में उल्लिखित मूल कर्तव्यों की शपथ भी दिलायी। इसके पूर्व उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष डा0 भीमराव अंबेडकर जी के चित्रों पर माल्यार्पण करते हुये उन्हें स्मरण किया व श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रधान कुटुम्ब न्यायाधीश श्री अमित पाल सिंह, अपर जिला जज प्रथम श्रीमती रीता गुप्ता, अपर कुटुम्ब न्यायाधीश श्रीमती निशा सिंह, अपर जिला जज श्री अनिल कुमार यादव, सुरेशचन्द्र, विजय बहादुर, श्री गुलाम मुस्तफा, श्री प्रशान्त कुमार, सीजेएम श्री महेन्द्र कुमार रावत, सिविल जज (सी0डि0) विवेक कुमार सिंह, सिविल जज जू0डि0 अर्नवराज चक्रवर्ती, न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री ऋचा अवस्थी, सिविल जज जू0डि0 नेहा राजन, श्री सुभाश, रागिनी मिश्रा, तुशार जायसवाल और अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ श्री नरसिंहदास गुप्ता, सचिव श्री सुधीर कुमार मिश्रा, वरिष्ठ अधिवक्ता यज्ञदत्त त्रिपाठी, श्री युसुफ इश्तियाक, के0सी0 अस्थाना, श्री रमाकान्त द्विवेदी, श्री दृगपाल सिंह परमार, आशुतोश चतुर्वेदी, श्री बलराम रायक्वार सचिव श्री संजीव दीक्षित आदि उपस्थित रहे।