– कोविड-19 की काली छाया के साए में बुंदेलखंड का प्रसिद्ध मेला जगम्मनपुर (विजय द्विवेदी)बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ पंचनद संगम पर प्रतिवर्ष कार्तिक की पूर्णिमा पर लगने वाला स्नान मेला इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण बेरौनक रहने की संभावना है लेकिन मंदिर प्रबंध समिति ने संभावित श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए अपनी तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं । ज्ञात हो कि बुंदेलखंड के प्रमुख तीर्थों में पंचनद संगम का अग्रणी स्थान है। यहां सैकडो वर्षों से प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर आठ दिवसीय विराट मेला लगता है एवं प्रतिदिन लाखों लोग पंचनद के पवित्र जल में स्नान करके अकाल मृत्यु के भय से मुक्त होते हैं। इस वर्ष पंचनद स्नान मेला का शुभारंभ 30 नवंबर से होगा इसके लिए परंपरानुसार एक दिन पूर्व अर्थात 29 नवंबर से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा होना चाहिए लेकिन इस वर्ष कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण देश में भय का माहौल है अतः गत वर्षो की तुलना में इस वर्ष स्नानार्थियों की संख्या में भारी कमी होने की संभावना है। पंचनद स्थित श्री बाबा साहब मंदिर प्रबंध समिति द्वारा स्नान पर्व पर होने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ की संभावना के मद्देनजर अपनी तैयारियों की बैठक श्री बाबा साहब मंदिर सम्पन्न हुई जिसमें मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष हरगोविंद सिंह सेंगर, प्रमोद सिंह सेंगर, विजय द्विवेदी, अंजनी कुमार मिश्रा, महंत सुमेरवन, राजकुमार द्विवेदी, रामअवतार तिवारी, महेंद्र सिंह सेंगर, दशरथ सिंह सेंगर, जगदीश सिंह सेंगर, वीर सिंह यादव प्रधान, ओंकार सिंह सेंगर, अवधेश सिंह चौहान, रमेश चंद्र निषाद, राजकुमार सोनी “तांत्रिक” सहित क्षेत्रीय संभ्रांत लोग मौजूद रहे। बैठक में तय किया गया कि कार्तिक पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाले स्नान मेला में दर्शनार्थियों को मंदिर में प्रवेश के पूर्व सैनिटाइजर से हाथ धोना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आवश्यक होगा एवं बगैर मास्क लगाए मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मेला में मनोरंजन के आइटम एवं झूला आदि संचालित करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।