जालौन।हृदय गति रुकने से लोकतंत्र सेनानी का आकस्मिक निधन हुआ। नगरवासियों ने उनके आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। शाम को उन्हें गार्ड आफ आनर देकर उनके पैतृक खेत में उनका अंतिम संस्कार अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। लोकतंत्र सेनानी माता प्रसाद स्वर्णकार (83 वर्ष) का निधन बुधवार की सुबह अचानक हृदयगति रुकने से हो गया। बता दें वर्ष 1975 में इमरजेंसी के दौरान वह सोलह माह तक रायबरेली जेल में रहे। बाद उनके जेल से छूटने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर कार्यवाह रहे माता प्रसाद स्वर्णकार ने स्वामी विवेकानंद इंटर कालेज की प्रबंध समिति में कोषाध्यक्ष की भी भूमिका निभाई। उनके निधन की खबर जैसे ही नगर वासियों को मिली तो नगर में शोक की लहर दौड़ गई। नगरवासियों ने उनके आवास पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनकी अंत्येष्टि देवनगर चौराहे के पास स्थित उनके पैतृक खेत में की गई। अंत्येष्टि के पूर्व एसडीएम गुलाब सिंह, सीआे विजय आनंद, तहसीलदार बलराम गुप्ता की उपस्थिति में उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद उनके पुत्र पवन कौशल ने उनका अंतिम संस्कार किया। इस मौके पर कोतवाल रमेेश चंद्र मिश्र, लेखपाल शिवराज सिंह निरंजन, आरएसएस के नगर संचालक शिवराम महाजन, अतुल हर्षे, मोहन तिवारी, लोकतंत्र सेनानी रामेश्वर दयाल निगम व रमेश चंद्र गुप्ता, अशोक सोनी, त्रिलोकीनाथ गुप्ता आदि मौजूद रहे।