उरई/जालौन। कैलिया थाना क्षेत्र के ग्राम पीपरी निवासी गायत्री पत्नी रामप्रकाश अहिरवार के 2 पुत्र हैं जिसमें मानवेंद्र और मुकेश ने गांव के ही प्रधान के आदेश करें मनरेगा में तालाब की खुदाई में काम किया था।
गायत्री के पुत्र जब अपने प्रधान से मनरेगा में काम करने के पैसा मांगने गया तो प्रधान और गायत्री के पुत्रों के बीच कोई कह सुनी हो गई। जिसको लेकर 8 तारीख की शाम 4 बजे अपने घर के बाहर गायत्री बैठी हुई थी। तभी सियाशरण सिंह पुत्रगण खरगे संतराम जाटव ने एक राय होकर प्रार्थी के पुत्रों के साथ लाठी-डंडों से मारपीट कर दी। जिसमें बीच-बचाव में आए प्रार्थी के पुत्र मानवेंद्र और मुकेश के ऊपर भी इन लोगों ने लाठी-डंडों से मारपीट कर दी। जब प्रार्थी ने अपने पुत्र के द्वारा पुलिस को 112 पर सूचना की तो पुलिस ने प्रार्थना के दोनों पुत्रों को थाने में बैठा लिया और प्रधान प्रतिनिधि के कहने पर समझौता लिखा दिया। जबकि प्रार्थिनी को इसकी जानकारी तक नहीं है कि हमारे साइन किस लिए करवाए जा रहे हैं। इसके बाद थाने में ही पैसे का समझौता पुलिस ने प्रधान और प्रार्थी के बीच करा दिया जो पैसा 9 तारीख को देने की बात हुई थी। इसी को लेकर प्रधान ने फोन करके गायत्री और राम प्रकाश को पैसा के लिए बुलाया। और फिर से प्रार्थी के साथ मारपीट कर दी। मारपीट के दौरान गायत्री को दाहिने हाथ में और पीठ पर काफी गंभीर चोटें आई और पुत्र मानवेंद्र को भी पीठ में काफी गहरी चोटें आई हैं। साथ ही सियाशरण ने प्रार्थी तथा उसके पुत्रों को गोली से मारने की धमकी दी जिसकी शिकायत प्रार्थी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मंगलवार को जिलाधिकारी से की। जिसमें कि प्रार्थी का कहना है कि प्रधान प्रतिनिधि दबंग किस्म के लोग हैं जिन लोगों ने पैसा देने के बहाने से मुझे बुलाया और हमें और हमारे पुत्र के साथ मारपीट कर दी ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।