कालपी/जालौन। नगर में बहुत पुरानी बंद पड़ी गौशाला के संचालन के लिए विधायक कालपी की अध्यक्षता में अस्थाई गौशाला समिति गठित कर नगर पालिका परिषद के संचालन में दो वर्ष पहले पुन: शुरू की गई तब से आज विधायक नरेंद्र सिंह जादौन की अध्यक्षता तथा उपजिलाधिकारी जयेंद्र कुमार तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी आरपी सिंह की उपस्थिति में प्रथम बार बैठक संपन्न हुई जिसका संचालन अधिशाषी अधिकारी सुशील कुमार दोहरे (सचिव) ने किया। बैठक के प्रारंभ में समिति के सदस्य नीलाभ शुक्ला ने संचालन समिति को गौशाला व्यवस्था में पालिका परिषद द्वारा किसी भी तरह की सलाह या संचालन की जानकारी न देने का आरोप लगाया। साथ ही समिति के अध्यक्ष तथा सदस्यों के अधिकारों के बारे में जानकारी मांगी। दूसरे सदस्य दीपक शर्मा ने गौवंश के बीमार होने पर समुचित इलाज न होने की बात कही। सदस्य आरएन शुक्ला ने खुले में भूसा रखने से खराब होने का आरोप लगाया। सदस्य राजू पाठक ने गायों को भूसा के साथ दाना एवं चूनी चोखर देने की बात कही। एक सदस्य के द्वारा गल्ला मंडी तथा व्यापारियों से दान लेने की बात कही। सभी सलाह मशविरों एवं आरोपों का जवाब समिति के सचिव नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी सुशील कुमार दोहरे ने बड़ी चतुराई से दिया तथा सारे आरोपों को निराधार साबित करने में सफलता प्राप्त की। पिछले दिनों हिंदू जागरण मंच द्वारा नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी पर गौशाला के संचालन एवं गायों के कम होने के लगाए गए गंभीर आरोपों के चलते चर्चा में आई आलमपुर गौशाला की स्थिति को आरआई रामभुवन सिंह के द्वारा कुछ मृत होने कुछ दान में देने तथा पांच सात गायों के जंगल में चरने जाने से मिस होने का जोड़ घटाना कर सारे आरोपों को सिरे से नकारते हुए सदस्यों को संतुष्ट कर दिया। उपजिलाधिकारी के द्वारा कहा गया कि सदस्य और संचालन करने वाले नगर पालिका के जिम्मेदार आपस में बातचीत कर सामंजस्य स्थापित करें और गौशाला का विधिवत संचालन करें। उन्होंने एक सदस्य द्वारा दिए गए सुझाव गल्ला आढ़तियों तथा व्यापारियों के सहयोग लेने का स्वागत करते हुए कहा कि वह स्वयं गल्ला व्यापारियों से बात कर गौवंश के दाने की पहल करेंगे।पुलिस क्षेत्राधिकारी आरपी सिंह ने कहा कि सर्दी से गायों को बचाने के लिए तिरपाल आदि का इंतजाम और भूसा चारे का प्रबंध में अपने स्तर से करूंगा। अंत में बैठक की अध्यक्षता कर रहे अस्थाई गौशाला समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह जादौन विधायक कालपी ने कहा कि हर माह के दूसरे सप्ताह में समिति की बैठक हो जिसकी जिम्मेदारी अधिशाषी अधिकारी की होगी और सभी बैठकों का आयोजन गौशाला में ही किया जाए। सभी सदस्य किसी निजी लाभ की कामना न करते हुए सेवाभाव से काम करें। किसी भी कर्मचारी को निकालने या रखने का निर्णय सामूहिक रूप से लिया जाए। बैठक में लगभग सभी सदस्य उपस्थित थे जिनमें राजू पाठक, आरएन शुक्ला, नीलाभ शुक्ला, दीपक शर्मा, अरविंद सिंह यादव, हरनरायन पाल एवं हरिनारायण आदि मौजूद रहे।