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आयुष्मान भारत योजना में कोविड संक्रमितों के इलाज में राजकीय मेडिकल प्रदेश भर में अव्वल

अब तक 50 से भी ज्यादा मरीजों को मिला आयुष्मान योजना में उपचार की सुविधा – डॉ० आशीष
उरई/जालौनउत्तर प्रदेश शासन द्वारा अप्रैल.मई माह में जनपद में नामित एल 2 कोविड हॉस्पिटल राजकीय मेडिकल कॉलेज उरई कोरोना संक्रमित मरीजों को समुचित उपचार की सुविधा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयासरत है। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी मरीजों के योजना के अंतर्गत पंजीकरण व निशुल्क उपचार की सुविधाएं दिलाने में भी राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रदेश में अव्वल है। अब तक पचास से भी अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों को योजना के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है।
जनपद में योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि प्रदेश के सभी शासकीय चिकित्सालय द्वारा कोरोना उपचार मे उरई स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज ने पूरे प्रदेश में सबसे अधिक मरीजों को योजनांतर्गत पंजीकृत करके निशुल्क उपचार की सुविधा दी है। प्रदेश मे जिन 5 मुख्य अस्पतालों ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पंजीकृत कर निशुल्क उपचार की सुविधा दी है उनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन के बाद जिला महिला चिकित्सालय मुरादाबाद, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिर्वा कन्नौज, सीएचसी पनवारी महोबा, सीएचसी दिबियापुर औरैया हैं।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो डॉ डी नाथ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों की समुचित उपचार की सुविधा दिलाने में संकल्पित है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत संक्रमित मरीजों के पंजीकरण का कार्य भी जून माह से शुरू हो चुका था। अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मियों के परिश्रम का परिणाम आज हम सभी के सामने हैं।
प्रदेश के सभी अस्पतालों में राजकीय मेडिकल कॉलेज आयुष्मान योजना के अंतर्गत कोविड19 संक्रमितों के उपचार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक ने मेडिकल कॉलेज व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में सामंजस्य के चलते अधिक से अधिक लाभार्थियों को पंजीकृत करवायाए जिससे आज राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रदेश मेडिकल कॉलेजों से आगे है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरके सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी शासकीय चिकित्सालयों में जालौन मेडिकल कॉलेज कोरोना संक्रमितों के योजनांतर्गत सबसे आगे है हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य टीम आगे भी अपनी सेवा देती रहेगी।
जनपद में योजना के डीपीसी डॉ आशीष ने बताया कि कोविड टेस्टिंग व ऑनलाइन रिपोर्ट आने के बाद सारी जानकारी मेडिकल कॉलेज के साथ साझा की जाती है। शासन द्वारा दिए गए गाइडलाइन के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजो को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने के बाद आयुषमान भारत के लाभार्थी मरीजो कि जानकारी लेकर उन्हें योजनांतर्गत पंजीकृत किया जाता है। इस काम मे आरोग्य मित्र की भूमिका अहम होती है। कई ऐसे लाभार्थी होते हैं जिनका गोल्डनकार्ड तक नहीं बना होता है। ऐसी परिस्थिति में मरीजों के घरवालों से संपर्क साधकर डाक्यूमेंट्स लिये जाते हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित आयुष्मान भारत योजना का पहला लाभार्थी 06 जून को भर्ती किया गया। जून माह में 07 जुलाई में 3 अगस्त माह में 14 सितंबर माह में 09 व अक्टूबर माह में 18 मरीजों को योजनांतर्गत पंजीकृत किया गया है।
आयुष्मान योजना का लाभ मिला –
ब्लाक कदौरा निवासी अफजल बताते हैं कि कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मेरी माताजी व मुझे 28 जुलाई को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। उस समय इस संशय में था कि अब क्या होगा लेकिन वहां भर्ती होने के बाद उत्कृष्ट उपचार मिला। मैं सभी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को धन्यवाद देता हूँ।

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