उरई/जालौन।“राष्ट्र की अस्मिता हमारे प्राणों से भी बढ़कर है, राष्ट्र हैं तो सब हैं, राष्ट्र नहीं तो कुछ नहीं। हर नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए कि वह मुल्क़ की यकजहती के लिये अपना सब कुछ कुर्बान कर दे, यह ऐसा जज़्बा है जो हमारी राष्ट्रीयता को मजबूत करता है।
यह बात राष्ट्रीय एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जयनारायण चंसौलिया ने श्री गांधी इंटर कॉलेज के सभागार में लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस पर बोलते हुये कही।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने एकीकरण की समस्या को सुलझाकर ऐसा कार्य किया, जो स्वतंत्र भारत की बहुत बड़ी जीत थी। दुनिया ने देखा कि भारत में ऐसे मजबूत नेताओं के होते भारत जल्द ही तरक़्क़ी की ओर अग्रसर होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोगों से अपील की कि ऐसे नागरिक बनों, जिससे भारतीयता आपके खून में दौड़े। देश के विकास के लिये एकजुटता ज़रूरी है।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन की चांसलर और राष्ट्रीय एकता मिशन की राष्ट्रीय संयोजक डॉ. स्वंयप्रभा दुबे ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने 1928 का बारदौली सत्याग्रह से ही उनकी राष्ट्र के प्रति दृढ़ता, और साहस को दुनिया ने देखा जिन्होंने आतातायी अंग्रेजी शासन के खिलाफ किसानों को उनका हक दिलवाया। वह किसानों के सच्चे मददगार थे, आज भी किसान उनके जैसे नेता की कमी को महसूस करते हैं।
राष्ट्रीय एकता मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मेजर डॉ. रविशंकर अग्रवाल ने सरदार पटेल की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये उन्हें स्वतंत्र भारत का सबसे मजबूत इंसान बताया। उन्होंनें बाल्मीक जंयती एवं इन्दिरा गांधी के बलिदान दिवस पर बोलते हुये कहा कि इन भारतीय सितारों से लोगों को सीख लेकर अपने को समाज में स्थापित करें।
इस मौके पर डॉ. विश्वप्रभा त्रिपाठी, मशहूर चिकित्सक गौरव द्विवेदी, हरिशंकर साहू, अशोक द्विवेदी, अनिल श्रीवास्तव, अमृत लाल, राशिद खान, शैलेश कुमार, सुशील कुमार, हेमन्त कुमार, जावेद अंसारी ने भी अपने विचार रखे। कुशल संचालन के लिये संगठन के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार साहू की सभी ने प्रशंसा की।