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एसओजी टीम के हत्थे चढ़े पांच सटोरिए

आईपीएल में लगवाते थे सट्टा
उरई/जालौन। अवैध शराब हो या फिर गांजा या फिर सट्टा हर काम को एसओजी नेस्तनाबूद करने में लगी हुई है। कप्तान के आदेश पर खुलकर बैटिंग कर रही एसओजी टीम ने फिर से अवैध कारोबार का एक मामला पकड़ा है। इस बार आईपीएल में सट्टा लगवाने वाले पांच लोग पुलिस के हाथ लगे जिनके पास से रुपए, मोबाइल और एक एलईडी बरामद की गई। पकड़े गए लोगों को मीडिया के सामने पेश किया गया जहां उन्होंने बताया कि वह काफी समय से इस अवैध काम में लिप्त हैं।
एसओजी प्रभारी प्रवीण यादव को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग आईपीएल मैचों में सट्टा लगवाते हैं जिस पर बिना समय गंवाए टीम प्रभारी प्रवीण यादव अपनी टीम के साथ बताए हुए स्थान पर जा धमके और मकान की घेराबंदी कर ली। पुलिस को देख सट्टा माफिया भागने लगे लेकिन एसओजी टीम से पांच लोगों को धर दबोचा। पकड़े गए लोगों में किरन कुमार पुत्र लक्ष्मी प्रसाद निवासी कुसमिलिया, महेंद्र प्रताप पुत्र श्रीराम प्रशाद निवासी रामनगर, चंद्रप्रताप पुत्र मान सिंह कुसमिलिया, संदीप सिंह पुत्र इंद्रपाल सिंह रामनगर,करन सिंह चौहान पुत्र किशोर सिंह निवासी तुलसी नगर हैं। एसओजी टीम ने इस दौरान एक लाख तीस हजार रुपए, सात मोबाइल फोन, एक एलईडी बरामद की। पकड़े गए लोगों ने बताया कि वह लोग आईपीएल क्रिकेट मैच का आनलाइन डिब्बे के माध्यम से आने वाले भाव के हिसाब से सट्टा खिलाते हैं और मैच समाप्त होने के बाद रुपए लेने और देने का काम करते हैं। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए लोग काफी शातिर हैं और काफी समय से सट्टे के कारोबार में लिप्त हैं। सटोरियों को पकडऩे वाली टीम में एसओजी टीम प्रभारी प्रवीण यादव, उपनिरीक्षक चंदन पांडेय, उपनिरीक्षक रामवीर सिंह, शैलेंद्र चौहान, गौरव वाजपेई, नीतू कुमार, पुनीत कुमार, अश्विनी प्रताप, भूपेंद्र सिंह, जगदीश चंद्र आदि लोग शामिल रहे।

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