एट/जालौन। 17 अक्टूबर से शुरू हो रही नवदुर्गा त्यौहार को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन के तहत बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ स्थान बैरागढ़ धाम में इस बार मेले का आयोजन नहीं होगा। वहीं शक्तिपीठ पर आने वाले दर्शनार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दर्शन करने होंगे। वहीं गांव एवं कस्बे में मां दुर्गा की प्रतिमा भी स्थापित नहीं की जाएंगी। भक्तगण छोटी छोटी प्रतिमाएं अपने घर पर रखकर पूजापाठ करेंगे।
एट थाने में आयोजित पीस कमेटी की अध्यक्षता करते हुए उपजिलाधिकारी कोंच अशोक कुमार एवं क्षेत्राधिकारी कोंच राहुल पांडेय ने संयुक्त रूप से कहा कि भारत एवं राज सरकार की नई गाइड लाइन का हम सभी को पालन करना है। इस माह में पडऩे वाले महत्वपूर्ण त्यौहार मां नवदुर्गा एवं पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन दोनों समुदायों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है लेकिन हम सभी को सरकार द्वारा जारी नियमों का पालन करते हुए भाईचारे एवं सौहार्द एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनाना है।
इस बार किसी भी तरह की मूर्ति स्थापना एवं जुलूस पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। हिंदू समुदाय के लोग छोटी छोटी मूर्ति बनाकर अपने घरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना करेंगे तो वहीं मुस्लिम समुदाय के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की जन्मतिथि अपने अपने घरों में इबादत करके मनाएं। वहीं थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने कहा कि बैरागढ़ धाम में इस बार किसी भी प्रकार का मेले के आयोजन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। मां शारदा के दर्शन करने के लिए आने वाले सभी दर्शनार्थी सोशल डिस्टेंसिंग एवं पालन करते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे।
वहीं मंदिर परिसर में दाखिल होने से पहले सभी भक्तों को थर्मल स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य होगा। वहीं क्षेत्र से आए हुए ग्रामीणों ने धार्मिक स्थानों पर सफाई की बात कही जिस पर उपजिलाधिकारी अशोक कुमार ने सभी प्रधानों को निर्देशित किया कि गांव में नवदुर्गा का त्यौहार शुरू होने से पहले सफाई की व्यवस्था दुरुस्त कराई जाए। इस दौरान चौकी प्रभारी पिरौना शीलवंत सिंह, गणेश मिश्रा, आलोक पाल, महेश तिवारी, बृजेश निरंजन, असगर बाबू, जाहर यादव, हरिश्चंद्र सिरौठिया, लालजी निरंजन लल्लन सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।