उरई/जालौन। बुंदेलखंड की मुस्लिम राजनीति के इतिहास पुरुष पूर्व मंत्री अकबर अली साहब के निधन पर शोक जताते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने उनकी साहबजादी को भेजे संदेश में गहरी संवेदना जताई है।
अकबर अली साहब ने 1989 में जब पहली बार उरई से विधानसभा का चुनाव जीता था जो राजनीतिक कमाल दिखाने जैसा कारनामा था। जालौन जिले से कभी कोई मुस्लिम नेता विधायक चुना जा सकता है इसकी कभी कल्पना नहीं की गई थी। वे बहुजन विचारधारा के असाधारण प्रस्तोता थे। 1995 में जब पहली बार मायावती मुख्यमंत्री बनी तो कांशीराम जी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनवाया जिसके निहितार्थ स्पष्ट थे। सारे बुंदेलखंड में वे मुसलमानों के बसपा के प्रति गहरे जुड़ाव की धुरी बन गए थे। बाद में बसपा में उनके कद के साथ न्याय नहीं हुआ। लोगों को बड़ी तकलीफ हुई जब कांशीराम निधन के बाद बसपा नेतृत्व ने उन्हें गुमनामी में धकेल दिया। प्रियंका वाड्रा ने शोक संदेश भेजकर उनके कद के साथ जो न्याय किया है उससे उनके चाहने वालों को काफी सांत्वना मिली है।